लखनऊ — उत्तर प्रदेश में बीते साल बजट के अभाव में 16,519 होमगार्डों की ड्यूटी खत्म करने के आदेश को होमगार्ड मुख्यालय ने बहाल कर दिया है। अब होमगार्ड पूर्व की भांति थाना व आदि स्थानों पर ड्यूटी करेंगे। प्रदेश के सभी डीएम, एसपी के अलावा होमगार्ड डीआईजी और मण्डलीय व जिला कमाण्डेंट को भेजे आदेश में कहा कि होमगार्डों को जल्द से जल्द ड्यूटी दें।
वहीं डीजी होमगार्ड विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के पास 50 करोड़ का बजट है। बजट को देखते डीजी ने होमगार्डों की ड्यूटी 31 मार्च तक लगाने के निर्देश दिए हैं। ताकि इस बजट से इनके दैनिक भत्ते का भुगतान किया जा सके। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शासन के अफसरों से अतिरिक्त बजट के संदर्भ में वार्ता चल रही है। ताकि इन होमगार्डों को दोबारा न हटाया जाए।
बोर्ड परीक्षा और कांवड़ यात्रा लगाए गए होमगार्ड
डीजी ने अयोध्या, बाराबंकी, उन्नाव व रामपुर समेत 14 जिलों में बोर्ड परीक्षा, कांवड़ा यात्रा और होली के मद्देनजर 2419 अतिरिक्त होमगार्ड तैनात किए गए हैं। इन जिलों में यह होमगार्ड पुलिस के साथ शांति व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे। इनका भुगतान 31 मार्च तक किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीते साल सितम्बर में सुप्रीम कोर्ट द्वारा होमगार्डों का दैनिक भत्ता 500 रुपये से बढ़ाकर 702 रुपये किए जाने के फैसले के बाद 41 हजार होमगार्डों की ड्यूटी कम कर दी गई थी। इसमें होमगार्ड विभाग ने बजट के अभाव में 32 फीसदी होमगार्डों (16519 होमगार्ड) की ड्यूटियां खत्म कर दी थी। इसके अलावा गृह विभाग ने सूबे में पुलिस के साथ ड्यूटी करने वाले 25 हजार होमगार्डों को एक साथ हटाने का आदेश दिया था, लेकिन इन होमगार्डों के प्रदेश व्यापी विरोध-प्रदर्शन के बाद शासन को इन्हें वापस लेना पड़ा था। हालांकि अभी तक इन होमगार्डों को जुलाई से अब तक भुगतान नही हुआ है।