मंगलवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। वहीं सदन से बाहर निकाले जाने के बाद एक विधायक ने मीडिया के सामने हांफते हुए अपनी आपबीती सुनाई।
विधायक ने पटना के डीएम आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने लोगों को मारने के लिए उकसाया। साथ ही उन्होंने कहा कि एसपी ने मेरे छाती पर बूट रखकर मारा।
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एसपी ने छाती पर बूट रखकर मुझे मारा…
दरअसस कांग्रेस विधायक सत्येंद्र सिंह ने सदन से बाहर निकाले जाने के बाद हांफते हुए मीडिया को बताया कि डीएम ने पुलिसकर्मियों से मुझे मारने के लिए कहा और मेरे साथ गाली गलौज किया। एसपी ने छाती पर बूट रखकर मुझे मारा।
साथ ही सत्येंद्र सिंह ने कहा कि मेरे छाती पर बहुत जोर की चोट लगी है। ये ज्यादती नहीं है बल्कि ये लोकतंत्र की हत्या है। साथ ही एक अन्य राजद विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार ने यहां गुंडों को भेजा है। हमलोग बिल का विरोध कर रहे हैं लेकिन यहां पर गुंडई की जा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष को विधायकों ने बनाया बंधक
बता दें कि विधानमंडल के बजट सत्र का 20वां दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्षी विधायकों ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक पर चर्चा के दौरान जमकर बवाल काटा। विधायकों के हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही को चार बार स्थगित करना पड़ा।
इसके बावजूद भी जब विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा जब अपने चैंबर से सदन की तरफ जाने लगे तो विपक्षी विधायकों ने उन्हें बंधक बना लिया। इस दौरान जब पटना के डीएम और एसएसपी विधानसभा अध्यक्ष को छुड़ाने पहुंचे तो उनके साथ भी विधायकों ने धक्कामुक्की की।
विधायक हुए बेहोश…
बाद में अधिकारियों का आदेश मिलते ही मार्शलों ने विपक्षी विधायकों को सदन से बाहर फेंकना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से कई विधायक गंभीर रूप से घायल हो गए।
मकदुमपुर से राजद विधायक सतीश कुमार दास के सिर में चोट लगी और वे बेहोश हो गए। घायल विधायक को एंबुलेंस बुलाकर और स्ट्रेचर पर लाद कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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