प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मंगलवार (3 अगस्त) को नकली नोट (fake note) छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह धंधा अतरसुइया इलाके के एक मदरसे से चलाया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 28 अगस्त को जामिया हबीबिया मदरसे पर छापा मारकर 1.3 लाख रुपये के नकली नोट, अर्धनिर्मित करेंसी, एक प्रिंटर और जालसाजी के लिए इस्तेमाल होने वाली अन्य सामग्री जब्त की।
100 रुपए के नकली नोट छापकर बाजार में करते थे सप्लाई
आरोपियों की पहचान मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन (25), मोहम्मद अफजल, मोहम्मद शाहिद और जहीर खान उर्फ अब्दुल जहीर के रूप में हुई है, जो 100 रुपये के नकली नोटों को स्कैन करके छापने में शामिल थे। इन नोटों को स्थानीय बाजार में सप्लाई किया जा रहा था।
प्रिंटर और स्कैनर बरामद
जामिया हबीबिया मदरसे में पुलिस की छापेमारी के दौरान असली करेंसी जैसे दिखने वाले नकली 100 रुपये के नोटों के बंडल इधर-उधर बिखरे पड़े थे। नकली नोट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला प्रिंटर भी बरामद किया गया है। आरोपी नकली 100 रुपये के नोट बनाने के लिए स्कैनर और प्रिंटर का इस्तेमाल कर रहे थे क्योंकि लोग अक्सर छोटे नोटों को ठीक से नहीं देखते हैं इसलिए वे 100 रुपये के नोट बना रहे थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, कार्यवाहक प्रिंसिपल तफ़सीरुल ने गिरोह को संचालित करने के लिए मदरसे में एक कमरा उपलब्ध कराया था। पुलिस अब इस रैकेट में शामिल अन्य साथियों की तलाश कर रही है। मदरसा पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड सहित विभिन्न राज्यों से छात्रों को आकर्षित करने के लिए जाना जाता था। तफ़सीरुल ओडिशा के भद्रक जिले का मूल निवासी है।
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