समाजवादी पार्टी ने बुधवार को राजधानी लखनऊ सहित आठ जिलों के लिए मेयर पद के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. पार्टी द्वारा जारी सूची के मुताबिक, वंदना मिश्रा को लखनऊ से, काजल निषाद को गोरखपुर और प्रयागराज से अजय श्रीवास्तव को टिकट दिया गया है. काजल निषाद भोजपुरी अभिनेत्री हैं. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी ने झांसी से रघुवीर चौधरी, मेरठ से सीमा प्रधान, शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा, फिरोजाबाद से मशरूर फातिमा और अयोध्या से आलोक पांडे को मैदान में उतारा है.
नगर पालिका परिषद के उम्मीदवार भी घोषितगौर करने वाली बात ये है कि जिस मेरठ की सीट को पहले रालोद के खाते में माना जा रहा था, वहां भी सपा ने अपना उम्मीदवार उतार दिया था. इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने नगर पालिका परिषद अध्यक्ष/नगर पंचायत अध्यक्ष के दो उम्मीदवारों के नामों का भी ऐलान किया है. पार्टी ने तिलहर नगर पालिका परिषद से अध्यक्ष पद के लिए लाल बाबू और कुंदरकी नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए शमीना खातून को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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कांग्रेस ने वाराणसी और कानपुर से भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की ओर से जारी सूची के मुताबिक, वाराणसी से अनिल कुमार श्रीवास्तव और कानपुर से आशानी अवस्थी को टिकट दिया गया है. खाबरी ने नगर निकाय चुनावों के लिए अलग-अलग कमेटियां गठित की है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सहित 19 नेता शामिल किए गए हैं. वहीं बसपा के बारे में कहा जा रहा है कि वह अंबेडकर जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है.
दो चरणों में होंगे मतदान
शहरी स्थानीय निकाय चुनाव 4 मई और 11 मई को होने हैं। वोटों की गिनती 13 मई को होगी. मेयर और पार्षद के चुनाव ईवीएम और नगर पालिका व नगर पंचायत के चुनाव बैलट पेपर के जरिए कराए जाएंगे. यूपी नगर निकाय के 14,684 पदों पर चुनाव होगा. प्रदेश के 17 महापौर और 1420 पार्षद के चुनाव EVM से होंगे. नगर पालिका और नगर पंचायत के पदों पर बैलट पेपर से मतदान होगा.
महापौर की 17 में से 9 सीटें आरक्षित
महापौर की 17 में से 9 सीटों को आरक्षित किया गया है. इनमें आगरा सीट एससी (महिला), झांसी एससी, शाहजहांपुर और फिरोजाबाद ओबीसी (महिला), सहारनपुर और मेरठ ओबीसी और लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद को महिला के लिए आरक्षित किया गया है. जबकि वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, अयोध्या और मथुरा-वृंदावन अनारक्षित सीटें हैं.
वहीं साल 2017 में नगर निकाय के चुनाव में की बात करें तो भाजपा ने बंपर जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने 16 में से 14 नगर निगमों पर कब्जा कर लिया था. इसके अलावा 1300 में से 597 पार्षद बीजेपी के थे. 198 नगर पालिकाओं में से 70 और 438 नगर पंचायतों में से 100 पर बीजेपी की जीत हुई थी. कांग्रेस एक भी नगर निगम नहीं जीत पाई थी. कांग्रेस की सिर्फ 9 नगर पालिका और 17 नगर पंचायत पर जीत हुई थी. बहुजन समाज पार्टी ने 2 नगर निगमों पर कब्जा कर लिया था.
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