उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने अब कुछ ही घंटे बचे है। ऐसे में यूपी में EVM विवाद बढ़ता जा रहा है। वाराणसी में ईवीएम की मूवमेंट के बाद सपा के नेता लगातार हमलावर हैं। अब इस पर चुनाव आयोग ने भी एक्शन लिया है। चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम परिवहन में लापरवाही पर एडीएम नलिनी कांत को चुनाव कार्यों से हटा दिया है। ईवीएम की मूवमेंट को लेकर अखिलेश यादव ने भी सवाल खड़े किए हैं।
ये भी पढ़ें..रोहित शर्मा ने एक इंटरव्यू में तीनों फ़ॉर्मेट की कप्तानी मिलने पर कह दी ऐसी बात, जानिए क्या कहा
सपा के नेता और कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के बाहर जमे हुए हैं। बुधवार को समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट किया गया, जिसमें वाराणसी मंडलायुक्त मीडियाकर्मियों से बात करते हुए यह स्वीकार कर रहे हैं कि ईवीएम प्रोटोकॉल में चूक हुई है। वहीं अखिलेश यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अब संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए लोग खुद सड़क पर निकले। लखनऊ में अखिलेश की अपील का असर वाराणसी की सड़कों पर तुरंत हो गया। हजारों की संख्या पार्टी कार्यकर्ता पहड़िया मंडी स्थि खाद्य गोदाम पहुंचने लगे और हंगामा करने लगे।
समाजवादी पार्टी का कहना है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। हालांकि चुनाव आयोग का कहना है कि जो EVM कल वाराणसी में मिले हैं वो प्रशिक्षण के लिए ले जाए जा रहे थे। कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोककर उसे चुनाव में प्रयुक्त EVM कहकर अफवाह फैलाई है। ईवीएम को लेकर नेताओं के बीच भी जुबानी जंग शुरू हो गई है। ईवीएम मूवमेंट को लेकर सपा के सहयोगी और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा हार देखकर बौखला गई और फर्जी तरीके से गड़बड़ी कर रही है।
भी पढ़ें..6 साल की मासूम का चलती ट्रेन में युवक ने बेरहमी से किया रेप, देखते ही मां ने किया ऐसा काम
ये भी पढ़ें..BCCI सेक्रेटरी जय शाह ने किया ऐलान, कब, कहां सजेगा आईपीएल मेगा ऑक्शन का बाजार
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं…)