लखनऊः कोरोना वायरस से पूरा देश जंग लड़ रहा है. जबकि देश में अभी भी लॉकडाउन चल रहा है. इन सबके बीच उत्तर प्रदेश एक मामले में सभी राज्यों से आगे रहा. दरअसल यूपी में कोरोना लॉकडाउन के दौरान किसानों को किए जा रहे भुगतान की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान सामने आया है कि कोरोना संकट के दौरान योगी सरकार ने किसानों की काफी मदद की है.
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इस मामले यूपी रहा सबसे आगे…
योगी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान इस सत्र का गन्ना किसानों को 20 हजार करोड़ का भुगतान किया है. फसल खरीद के तत्काल बाद सीधे खातों में पैसे भेजे गए हैं. इस सत्र में 11 हजार 500 लाख कुंतल गन्ने की पेराई हुई. वहीं लॉकडाउन के बावजूद यूपी में रिकार्ड 1251 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन हुआ है. इसके साथ ही यूपी देश का नंबर-1 चीनी उत्पादक प्रदेश बन गया है. जबकि चीनी उत्पादन में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है.
पिछले तीन सालों की बात करें तो योगी सरकार ने गन्ना किसानों को 99 हजार करोड़ का भुगतान किया है.119 चीनी चलाई गई जिससे 72 हजार 424 श्रमिकों को भी पूरे लॉकडाउन के दौरान रोजगार मिला. 35 से 40 हजार किसान इन 119 चीनी मिलों से सीधे जुड़े. वहीं गन्ना छिलाई में भी 10 लाख श्रमिकों को प्रतिदिन रोजगार दिया गया. यही नहीं प्रदेश के 2 करोड़ 4 लाख किसानों को कोरोना आपदा के दौरान दो बार 2- 2 हजार की किसान सम्मान निधि दी गई.
योगी सरकार ने 3 हजार 890 करोड़ का किया भुगतान
इसके अलावा अफसरों ने सीएम को बताया कि कोरोना आपदा के दौरान गेहूं किसानों को योगी सरकार ने 3 हजार 890 करोड़ का भुगतान किया है. लॉकडाउन के बावजूद फसल खरीद के बाद तत्काल किसानों के खातों में रकम भेजी गई. यही नहीं सरकार युद्धस्तर पर गेहूं खरीद कराती रही.
लॉकडाउन के दौरान भी योगी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुल 3.477 लाख कुंतल गेहूं खरीदा है. इसी दौरान किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 8887 मीट्रिक टन चने की भी खरीद हुई और भुगतान किया गया है.
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