पुलिस और टॉप 10 अपराधी के बीच गठजोड़ का एक और मामला सामने आया है, जिसके बचाव में जिले के एसपी जुट गए है. बता दें कि इसी तरह की घटना अभी कुछ महीने पहले सामने आई थी कानपुर की जो बिकरु कांड के नाम से चर्चित हुई और उस घटना ने पुलिस और अपराधियों की गठजोड़ की पोल खोल दिया जिसका नतीजा रहा कि यूपी पुलिस की साख़ पर बदनुमा दाग़ लग गया.
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टॉप 10 अपराधियों में होती है गिनती
दरअसल पूरा मामला जिले के बेवाना थानाक्षेत्र का है. इस थानाक्षेत्र के होरिलपुर सिउरा नाली गांव के टॉप 10 अपराधी पवन उपाध्याय के बड़े भाई आशीष उर्फ बबलू उपाध्याय के पास दो दिन पूर्व थाने के एक अरविंद नाम के सिपाही ने फोन किया. उससे सिपाही ने पहले उसका हाल-चाल पूंछा, उसके बाद सिपाही ने बबलू से कहा कि बड़े साहब ( एसओ ) तुमसे बात करना चाहते है.
एसओ और अपराधी के भाई के बीच हुई बात चीत…
एसओ जितेंद्र सिंह और बबलू उपाध्याय के बीच बात शुरू हुई ….एसओ ने बबलू से कहा कि ” आज रात में तुम्हारे यहां दबिश देने का प्रोग्राम है ….बबलू ने कहा कि चाहे जब आइये साहब आपका स्वागत है…..ये क्यो कह रहे है दबिश देने आ रहा हूँ..…एसओ ने बबलू से पूंछा कि रात में हम कितने बजे आये…देखो ऐसा है कि रात को मैं आता हूँ दो बजे के बाद…ये बताओ रात में मैं कितने बजे आऊ… दो बजे , ढाई बजे आऊ या तीन बजे…क्योकि मेरा रात्रि 2 बजे से 3 बजे तक अभियान रहता है…..आगे दोनों के बीच और भी बात होती है…
इसका आडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस की बेवाना एसओ की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे . थाने के टॉप 10 अपराधी के बड़े भाई बबलू ने एसओ पर दबाव बनाकर अवैध धन उगाही करने का आरोप लगाते हुए , इसकी लिखित शिकायत यूपी सीएम और DGP सहित अन्य उच्चाधिकारियों से की है.
अपराधी का भाई बोला जमानत पर बाहर है पवन
वहीं बबलू का कहना है मेरे भाई पवन उपाध्याय के ऊपर कुल तीन मामले दर्ज है, तीनो मामलों मेरा भाई जेल से ज़मानत पर बाहर है . लेकिन बेवाना पुलिस अपना धौस जमाकर मुझे और मेरे भाई को परेशान कर रही है, हमारा कोई नया आपराधिक इतिहास भी नही है.
उधर सोशल मीडिया पर अपराधी के भाई और एसओ जितेंद्र सिंह के बीच दोस्ताना अंदाज में हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस मोहकमे में हड़कंप मच गया है. जिले के एसपी आलोक प्रियदर्शी अपने विभाग की इस काली करतूत पर कार्यवाही करने के बजाय , इस प्रकरण के डैमेज कंट्रोल में जुट गए है.
SO को बचाने में जुटा पुलिस महकमा
उन्होंने मीडिया को दिए गए अपने बयान में साफ तौर पर ये कुबूल किया कि वायरल आडियो में एक तरफ से हमारा एसओ और दूसरी तरफ से थाने का टॉप 10 अपराधी पवन के भाई बबलू के बीच बातचीत हो रही है….एसपी ने आडियो क्लिप का जिक्र करते हुए यह भी बताया कि ” एसओ द्वारा इस बातचीत में जो शब्दों का चयन किया गया है पर उन्हें हिदायत दी गई है कि भविष्य में इस बात का ध्यान रखेंगे….
पुलिस पर उठे सवाल..
यहां सवाल यह है कि वायरल ऑडियो क्लिप की पुष्टि जिले के एसपी कर तो रहे है लेकिन एसओ जितेंद्र सिंह पर कार्रवाई करने से कतरा रहे है.क्या कानपुर के बिकरु काण्ड जैसी घटना के इंतजार में तो नही है अम्बेडकरनगर जिले की पुलिस.
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(रिपोर्ट- कार्तिकेय द्विवेदी, अम्बेडकरनगर)