न्यूज डेस्क – देश में हुए दो बड़े गैंगरेप कठुआ और उन्नाव, जिसके आरोपियों पर कौन सी कार्रवाई होगी, यह देखने के लिए पूरा देश इन मामलों पर नजर गड़ाये बैठा हैं। लेकिन जिस तरह से दोनों जगह की सरकारें और प्रशासन उदासीन है उसे देखकर देश की जनता स्तब्ध हैं।
इन मामलों पर जल्द से जल्द और उचित कार्रवाई हो इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के बड़े नेताओं के साथ इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च में प्रियंका गांधी उनके पति राबर्ट वाड्रा और निर्भया के माता-पिता भी शामिल हुए।
राहुल गांधी ने कैंडल मार्च में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में महिलायें बाहर निकलने से डरती हैं ऐसे में प्रधानमंत्री को बेटी बचाओ का अभियान शुरू करना चाहिए। राहुल ने कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों के प्रति इतनी लापरवाही निंदनीय हैं।
राहुल गांधी ने मार्च के बारे में कहा कि यह राजनीतिक मुद्दा और राजनीतिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि ‘‘यह हमारी अपनी महिलाओं के लिए है। हजारों लोग यहां मौजूद हैं जिनमें सभी पार्टियों के लोग और आम लोग भी शामिल हैं। आज देश में ऐसे हालात हैं जहां हत्या, बलात्कार और हिंसा की एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं। हम उसके खिलाफ यहां खड़े हैं और हम चाहते हैं कि सरकार कार्रवाई करे।
कैंडल मार्च के दौरान प्रियंका गांधी से धक्का-मुक्की हुई। इससे नाराज प्रियंका ने वहां मौजूद लोगों से कड़े स्वर में कहा, ‘‘जो लोग यहां धक्का-मुक्की के लिए आए हैं, वे घर वापस जाएं। कृपया शांति बनाए रखें और खामोशी के साथ चलें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस मकसद के बारे में सोचिए जिसके लिए आप यहां आए हैं।