मेरठ — हमेशा किसी ना किसी बात को लेकर विवादों में रहने वाली मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी उस वक्त जंग का अखाड़ा बन गई जब दो बाहरी छात्र मैस में खाना खाने पहुंच गए।
इस बात का यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विरोध किया तो दबंग बाहरी छात्रों ने यूनिवर्सिटी के छात्रों पर पिस्टल तान दी । फिर क्या था , बाहरी छात्रों की इस हरकत के बाद विवाद बढ़ गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में लात घूंसे चलने लगे और यूनिवर्सिटी के छात्रों ने दोनों बाहरी छात्रों की जमकर पिटाई कर दी और उनकी बाइक को आग के हवाले कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बाइक से आग बुझाई और दोनों बाहरी छात्रों को अपने साथ थाने ले गई।
यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आरोप लगाया कि समय-समय पर बाहर के छात्र यहां पर आते हैं और खाना खाते हैं और बदतमीजी भी करते हैं जिसका हमेशा से यूनिवर्सिटी के छात्र विरोध करते हैं। लेकिन बावजूद इसके बाहरी छात्र नहीं मानते। मैस से लेकर लाइब्रेरी तक बाहरी छात्र घुस जाते हैं और हंगामा बढ़ता है। इस हंगामे को देखते हुए पूर्व में भी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बाहरी छात्रों पर पूर्णता रोक लगा दी थी और आई कार्ड देख कर ही छात्रों की एंट्री यूनिवर्सिटी में की गई थी।
लेकिन समय के साथ ही यूनिवर्सिटी के नियम भी हवा हवाई हो गए और अब कोई भी छात्र यूनिवर्सिटी में घुसता है बदतमीजी करता है । इसके अलावा यूनिवर्सिटी के संसाधनों को यूज भी करता है और चला जाता है। लेकिन अभी भी यूनिवर्सिटी के छात्र इसका विरोध करते हैं और आज यही बात विरोध का कारण बनी थी जिसके बाद यूनिवर्सिटी कैंपस जंग का अखाड़ा बन गया। हालांकि पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। पुलिस ने यूनिवर्सिटी छात्रों की तहरीर पर अपनी जांच कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पुलिस की लाख सख्ती और युनिवर्सिटी के नियमो और वादों के बाद भी यूनिवर्सिटी में विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बकायदा मेडिकल थाने की पुलिस यूनिवर्सिटी के आस पास रहती है लेकिन बावजूद उसके यहां घटनाएं नहीं रुकती। गौरतलब है यूनिवर्सिटी से कुछ ही दूर थाना है लेकिन विवाद है कि यूनिवर्सिटी में रुकने का नाम नहीं लेता।
(रिपोेर्ट-सागर कुशवाहा,मेरठ)