बहराइच –-नगर क्षेत्र में स्थित दो कोटे की दुकानों पर आधार कार्ड में हेराफेरी कर खाद्यान्न वितरण का मामला सामने आया है। एक कोटेदार दो उपभोक्ताओं के नाम पर फर्जी आधार कार्ड के द्वारा राशन को ठिकाने लगा रहा था। वहीं मोहल्ला जुबलीगंज में लखनऊ में रह रही महिला के नाम पर राशन का वितरण हो रहा था।
इस पर कोटेदार व लखनऊ निवासी उपभोक्ता के खिलाफ आवश्यक वस्तु नियम अधिनियम तथा धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है। कोतवाली नानपारा अंतर्गत मोहल्ला पुरानी बाजार में क्रय विक्रय समिति उचित दर की दुकान अकील अहमद के नाम से है। इस दुकान पर आधार कार्ड में हेराफेरी कर खाद्यान्न वितरण में शिकायत की गई थी। डीएम के निर्देश पर पूर्ति निरीक्षक हेमंत कुमार ने जांच की तो पता चला कि दो राशनकार्ड पर गलत तरीके से खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है। जांच में खुलासा हुआ कि रिजवाना बेगम व कासिम अली के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनाकर राशन को ठिकाने लगाया जा रहा है।
वहीं मोहल्ला जुबलीगंज में भी फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी। पूर्ति निरीक्षक ने यहां जांच की तो लखनऊ निवासी सुनीता के नाम से प्रतिमाह खाद्यान्न उठान की पुष्टि हुई। जबकि सुनीता अपने पति के साथ अरसे से लखनऊ में रह रही हैं। सुनीता के तीन यूनिट कार्ड पर प्रतीक्षा का नाम अंकित है। जबकि उनकी शादी हो चुकी है। सुनीता के कार्ड पर खाद्यान्न की उठान उनके परिवार के सदस्य कर रहे थे। इसकी पुष्टि कोटेदार मंगरे ने लिखित रूप से की। दोनों मामले में पूर्ति निरीक्षक ने रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के निर्देश पर पूर्ति निरीक्षक ने पुरानी बाजार के कोटेदार व लखनऊ में रह रही सुनीता के नाम अलग-अलग धाराओं में आवश्यक वस्तु अधिनियम तथा धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया।
(रिपोर्ट – अनुराग पाठक , बहराइच )