स्पोर्ट्स डेस्क — न्यूजीलैंड के माउंट मौंगानुई में खेले गए अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार वर्ल्ड चैंपियन बन गया है. गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद ओपनर मनजोत कालरा की शतकीय पारी (नाबाद 101) की बदौलत भारतीय टीम ने एकतरफा फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर य़ह खिताब जीता.
बता दें कि टीम इंडिया इस मैच में ऑस्ट्रेलिया पूरी तरह हावी दिखी.राहुल द्रविड़ की कोचिंग में वर्ल्ड कप में उतरी भारतीय टीम पूरे टूर्नमेंट में अजेय रही उसे कोई भी टीम हरा नहीं पाई.टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 216 रन बनाकर आउट हो गई.ऑस्ट्रेलिया के लिए जोनाथन मेरलो ने (76) रन का योगदान दिया. उन्हें छोड़कर बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए.
भारत के लिए ईशान पोरेल, कमलेश नगरकोटी, शिवा सिंह और अनुकूल रॉय ने 2-2 विकेट अपने नाम किए, जबकि शिवम मावी ने एक विकेट लिया. बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिख रही इस पिच पर भारत के लिए यह लक्ष्य मुश्किल नहीं होना चाहिए. जवाब में मनजोत के शतक की बदौलत भारत ने लक्ष्य 38.5 ओवर में महज दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. मनजोत के साथ विकेटकीपर बल्लेबाज हार्विक देसाई 47 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि शुभमन गिल (31) व कप्तान पृथ्वी शॉ (29) रनो का योगदान दिया.हालांकि इस बीच बारिश ने भी कुछ देर के लिए मैच में खलल डालने की कोशिश की लेकिन भारत के मजबूद इरादों के आगे टीक नहीं सकी.
इस जीत के साथ अंडर 19 वर्ल्डकप चौथी बार जीतकर भारत ने इतिहास रच दिया है. भारत के अलावा अभी तक कोई भी टीम चार बार यह वर्ल्डकप नहीं जीत पाई है. भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्थान आता है जो तीन बार चैंपियन बना है.भारतीय टीम इससे पहले मोहम्मद कैफ ( 2002 ), विराट कोहली (2008) और उन्मुक्त चंद ( 2012 ) की अगुवाई में जूनियर वर्ल्डकप जीता था. फाइनल मुकाबला पूरी तरह एकतरफा रहा और ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत को कभी भी मुकाबला देते हुए नजर नहीं आई. वैसे पूरे टूर्नामेंट में ही पृथ्वी शॉ की अगुवाई वाली भारतीय टीम का प्रदर्शन जबर्दस्त रहा और सभी मैच उसने बेहद आसानी से जीते.