उन्नाव– पूर्व गृहमंत्री भारत सरकार पदमश्री उमाशंकर दीक्षित की 119 वीं जयंती उनके पैतृक निवास ऊगू में धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम का शुभारंभ उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया।
जिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपने चहेते नेता को पुष्प अर्पित किए। जयंती समारोह में परिवार की तरफ से पूर्व मंत्री गोपीनाथ दीक्षित की पुत्री आरती बाजपेयी, जिला पंचायत अध्यक्ष अनुज दीक्षित, मोनिका दीक्षित तथा अनिल दीक्षित आदि ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उनके पैतृक निवास पर भी दीप प्रज्वलन अनिल दीक्षित द्वारा किया गया।
उमाशंकर दीक्षित द्वारा स्थापित बालिका विद्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। परिचर्चा में पूर्व गृहमंत्री की यादों को संजोया गया। परिजन अनिल दीक्षित ने कहा कि उस समय उनकी सोच हुआ करती थी कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं और उन्होंने इस आवाज को जोरदार तरीके से समाज के सामने रखा था।
उमाशंकर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नमक आंदोलन में महात्मा गांधी ने कहा था कि उमाशंकर जी की भागीदारी को भुलाया नहीं जा सकता है। कांग्रेस के लक्ष्य जनसेवा तथा समाजसेवा को उन्होंने सदैव याद रखते हुए कार्य किया और सन 1982 में उन्हें पदमश्री से सम्मानित किया गया था। जयंती पर परिजनों के साथ साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भी उमाशंकर दीक्षित के जीवन वृत्तांत पर रोशनी डाली।