स्पोर्टस डेस्क– दो भारतीय मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन के बूते एशियाई चैंपियनशिप में शानदार तरीके से अभियान समाप्त किया। अमित पंघल (52 किलो) ने साल में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता, जबकि पूजा रानी (81 किलो) महिलाओं में शीर्ष रहीं।
पिछले साल एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाले पंघल ने कोरिया के किम इंक्यू को हराया। उन्होंने बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नमेंट में भी स्वर्ण पदक जीता था। इस साल की शुरुआत में 49 किलो से 52 किलो में आने के बाद पंघल का यह पहला टूर्नमेंट है। उन्होंने 2015 में कांस्य पदक जीता था। पूजा ने चीन की वांग लिना को हराकर स्वर्ण पदक जीता। अपने पिता की मर्जी के खिलाफ मुक्केबाजी में आई पूजा ने 6 महीने के भीतर परिवार को मना लिया था। भारत ने टूर्नामेंट में 2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य समेत 13 पदक जीते। पहली बार यह टूर्नमेंट महिला और पुरुषों के लिए एक साथ आयोजित किया गया था।
भारत के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा, ‘हम फैसला बदला नहीं सके लेकिन विरोध दर्ज कराया।’ बिष्ट को उजबेकिस्तान के मिराजिजबेक मिर्जाहेलिलोव ने मात दी। उत्तराखंड का यह मुक्केबाज दाहिनी आंख पर पट्टी बांधकर खेल रहे थे चूंकि सेमीफाइनल में उन्हें चोट लगी थी। आशीष को कजाकिस्तान के तुर्सीनबे कुलाखमेत ने मात दी।