लखनऊ–उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) में नए भर्ती किए गए विभागाध्यक्षों (एचओडी) और उप-प्रमुखों (उप-विभागाध्यक्षों) के लिए दो दिवसीय ओरियंटेशन कम ट्रेनिंग प्रोग्राम का आज समापन हो गया। ट्रांसपोर्ट नगर डिपो, लखनऊ में बने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ट्रेनिंग (सीओईटी) में हुए इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए कर्मचारियों को कंपनी के मिशन, विज़न, कल्चर एवं कार्य नैतिकता से परिचित कराना है अथवा प्रबंधन में उच्च जिम्मेदारियां लेने के अनुकूल बनाना है।
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श्री संजय मिश्रा, निदेशक वर्क्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर, यूपीएमआरसी ने प्रशिक्षुओं को संबोधित किया। आज अपने संबोधन के दौरान, उन्होंने मेट्रो परियोजनाओं के निर्माण चरण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर उन्हें प्रशिक्षुओं से साझा किया। उन्होंने प्रशिक्षुओं को विभिन्न प्रकार की टेंडरिंग प्रक्रियाओं, प्रतिस्पर्धी बोली और कार्य संपादन के नियमों की बारीकियों आदि के बारे में भी समझाया। आज अपने सत्र में उन्होंने जोर दिया कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता निविदा प्रक्रियाओं में पारदर्शिता के उच्चतम स्तर को बनाए रखना है।
इससे पहले ओरिएंटेशन-कम-ट्रेनिंग प्रोग्राम के दूसरे और आखिरी दिन की शुरुआत श्री एस. के. मित्तल, जीएम वित्त के उद्बोधन से हुई। उन्होंने प्रशिक्षुओं को कंपनी में विभिन्न वित्तीय प्रावधानों, मेट्रो परियोजनाओं में सतर्कता विभाग की भूमिका, यूपी मेट्रो में शक्तियों की अनुसूची, (एसओपी) समझाकर अपने सत्र का समापन किया। इसके बाद श्री स्वदेश कुमार सिंह, जीएम ऑपरेशंस ने भी संबोधित किया।