सोनभद्र– राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत इन्टेन्सिव विकास खण्ड दुद्धी ग्राम हरनाकछार में आदिवासी महिलाएं पूजा आजीविका महिला स्वयं सहायता समूह का गठन करके आज आत्मनिर्भर बन रही है।
इस समूह की महिलाओं के द्वारा मशरूम उत्पादन किया जा रहा है। जानकार लोग वहाँ पहुंचकर उचित मूल्य पर शुद्ध मशरूम खरीद रहे हैं।बताते चलें कि इन्दु देवी जो पूजा आजीविका महिला स्वयं सहायता समूह ग्राम हरनाकछार की सदस्य है, बीते माह दिसम्बर माह में मशरूम उत्पादन का डेमो के माध्यम से जीविका बिहार से आये हुए लाइवलीहुड सीआरपी के दल के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर शुरुआत की थी फसल तैयार होने के बाद उसे बेचकर अच्छी आमदनी कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लॉक एंकर पर्सन जय कुमार जोशी ने शुक्रवार को मशरूम उत्पादन करने वाली महिलाओं से मुलाकात कर मशरूम उत्पादन की वर्तमान स्थिति एवं बिक्री की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त किया। इन्दु देवी ने बताई कि मशरूम की फसल तैयार हो गई है। हमलोग पूरा परिवार खा भी रहे हैं एवं जो भी खरीदने आ रहे हैं उन्हें 300 रु प्रतिकिग्रा के दर से उनके सामने ही काटकर बेच भी रहे हैं। धीरे धीरे आसपास के लोगों में जानकारी फैल रही है तो आदमी सब मेरे घर ही खरीदने आते हैं।
मशरूम उत्पादन से जुड़े महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मशरूम सभी लोग खरीद कर नही खा पाते हैं इसके दो बड़े कारण है एक जिनके पास पैसे हैं उनको शुद्ध रूप में उपलब्ध नहीं हो पाता है दूसरा सबकी आमदनी उतनी बड़ी नहीं है जिस कारण से सभी लोग खरीदने में असक्षम हैं पर आप उगाते हैं तब खुद भी खा सकते हैं जिससे परिवार के सभी लोगों को पोष्टिक आहार के रूप में सब्जी के रूप में उपलब्ध हो जाता है। आपका परिबार स्वस्थ हो साथ ही आपकी आमदनी भी बढ़े इसके लिए बेहतर तरीके हैं कि आप औरों से अलग व्यवसाय को चुने हैं । पीआरपी सीताराम कुमार ने उपस्थित अन्य महिलाओं को भी इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर करने हेतु आवाहन किये।
(रिपोर्ट- रवि देव पांडेय , सोनभद्र )