फर्रुखाबाद — रेल विभाग के कर्मचारियों ने अपना नया नियम बना लिया है। किसी ने मानवता के नाते किसी ट्रेन के अंदर मदद करने की कोशिश की तो उसको जेल भेज दिया जाता है।ऐसा ही एक मामला फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला है ।
एक महिला की मदद करने पर एक छात्र और एक व्यापारी को जुर्माने के साथ तीन दिनों की जेल भेज दिया जाता है । जबकि उस छात्र का दूसरे दिन परीक्षा थी ।दरअसल एक महिला ने कानपुर से फतेहगढ़ स्टेशन का छपरा एक्सप्रेस ट्रेन का टिकट खरीद कर फतेहगढ़ आती है । लेकिन यह गाड़ी फतेहगढ़ स्टेशन पर नही रुकती है जिस कारण वह फर्रुखाबाद स्टेशन पर उतर जाती है ।
स्टेशन पर मौजूद टीटी ने उसको पकड़ लेता है और जुर्माना के 600 रुपये भरने के लिए कहता है । महिला रुपये न होने की बात कही तो टीटी ने उसके साथ गाली गलौज शुरू कर दिया । यह देखकर स्टेशन पर मौजूद छात्रों ने आपस मे चंदा करके उस महिला की मदद कर दी लेकिन फिर भी टीटी उस को गाली देता रहा ।
यह देखकर आईटीआई के छात्र ने मोबाइल से उस महिला और टीटी नरेंद पाल की वीडियो बनानी शुरू कर दी । गुसाये टीटी ने उस छात्र को आरपीएफ से पकड़वाकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी ।छात्र के ऊपर 1500 रुपये जुर्माना के साथ तीन दिन जेल के लिए जेल भेज दिया । जबकि उस छात्र का दूसरे दिन परीक्षा थी। टीटी की इस शर्मनाक हरकत से उस छात्र की पूरी साल की मेहनत खराब ही गई।
दूसरी ओर कानपुर नगर के व्यापारी जो कासगंज की तरफ जा रहा था उन्होंने ने भी एक युबक की मदद कर दी ।ट्रेन में युवक की जेबकतरो द्वारा जेब काटने के कारण उसकी टिकट के साथ रुपये भी चले गए उसको भी टीटी ने पकड़ लिया। उस बुजुर्ग यात्री ने उसका जुर्माना भरने के लिए कहा तो उस टीटी ने उस यात्री के तमाचा मार दिया ।जिसको लेकर उस यात्री ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया तो आरपीएफ के जबानों ने उसके तीन मोबाइल छीन लिए साथ ही सरकारी कार्य मे बाधा डालने का केश लगाकर 1500 रुपये जुर्माना के साथ तीन दिन के लिए जेल भेज दिया।
इस प्रकार से रेलवे की चेकिंग टीम ने करीब आधा दर्जन लोगों को टिकट व एमएसटी होने के बाबजूद जेल भेज दिया।यह फरमान किस रेलवे के अधिकारी ने जारी किया है कि रेलवे के नियम के अनुसार बिना टिकट यात्रा करना अपराध है कि किसी का जुर्माना भरना भी अपराध हो गया है।जिस कारण लोगो को जेल भेजा जा रहा है रेलवे टीटी अपने अधिकारों का दुरुपयोग खुलेआम कर रहे है उस पर कौन ब्रेक लगायेगा।क्या इस प्रकार से मदद करने वालो को रेलवे के कर्मचारी जेल भेजते रहेंगे तो यात्रा के दौरान कोई किसी की मदद के लिए आगे नही आयेगा।
(रिपोेर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)