कलबुर्गी — एक तरफ देश में ट्रेन हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं , वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक में एक बहुत बड़ी लापरवाही सामने आयी है। कर्नाटक के कलबुर्गी में बुधवार को वाडी स्टेशन पर इलेक्ट्रिक इंजन बिना ड्राइवर के 13 किलोमीटर तक चला गया।
इंजन को जाता देख ड्राइवर डर गया और उसने बाइक से उसका पीछा किया। करीब 20 मिनट तक पीछा करने के बाद ड्राइवर ने नलवार स्टेशन से एक किलोमीटर पहले उसे रोक लिया।
बताया जा रहा है कि मुंबई मेल एक्सप्रेस यात्री बोगियों के साथ शाम तीन बजे चेन्नै से वाडी स्टेशन पहुंची थी। इसी स्टेशन पर इलेक्ट्रिक लाइन खत्म हो जाती है और वाडी से शोलापुर जाने के लिए डीजल इंजन लगाया जाता है। हमेशा की तरह से इलेक्ट्रिक इंजन प्लैटफॉर्म नंबर 4 पर बोगियों से अलग हो गया और ट्रेन डीजल इंजन के साथ चली गई।
करीब साढ़े तीन बजे लोको पॉयलट इंजन से बाहर आ गया। कुछ ही देर बाद इंजन अपने आप ही चलने लगा जिससे ड्राइवर भौचक्का रह गया। वाडी स्टेशन के अधिकारियों ने तुरंत इसकी सूचना अन्य स्टेशनों को दी और इंजन के लिए रास्ता साफ कराया गया। वाडी के स्टेशन मैनेजर जेएन पेरिस और ड्राइवर ने बाइक से उसका पीछा करना शुरू कर दिया।
शाम तीन बजकर 50 मिनट पर इंजन धीमा हो गया और ड्राइवर उस पर चढ़ने तथा रोकने में कामयाब हो गया। जेएन पेरिस ने बताया कि अगर इंजन को समय से नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। इस बीच रेल अधिकारी इंजन के अपने आप चल देने की घटना पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।