न्यूज डेस्क — उत्तर प्रदेश में देर रात आई आंधी और ओलों के साथ हुई बारिश ने लोगो गर्मी से कुछ राहत तो दी। लेकिन बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 17 लोगों की मौत हो गई।
कासगंज, एटा और मैनपुरी में 11 लोगों की मौत हो गई। काशीपुर में दो, रामपुर, मैनाठेर, बदायूं और पीलीभीत में एक-एक लोगों की मौत हुई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में गुरूवार को आंधी-तूफान से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि 38 अन्य घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुरावली तहसील में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। तहसील क्षेत्र के लुखरपुरा गांव में दो और नगला छिदू में दो लोगों की मौत हुई है। सात गम्भीर घायलों का इलाज जिला अस्पताल में और 31 घायलों का सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में हो रहा है।
गर्मी से राहत, लेकिन आई नई आफत
समूचे उत्तर भारत में आसमान से बरसती आग के बीच गुरूवार को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तेज रफ्तार आंधी और बारिश ने लोगों को तपिश से राहत दी हालांकि कुछ स्थानों पर ओले गिरने से जायद फसलों को नुकसान पहुंचा।
शामली,औरैया,मैनपुरी और हमीरपुर समेत राज्य के कई इलाकों में दोपहर बाद मौसम ने अंगड़ाई ली जब तेज रफ्तार आंधी के बाद झमाझम बारिश ने तापमान में कमी ला दी।आंधी से सैकड़ों पेड और खंभे जमीन गिर गए जबकि होर्डिंग और पोस्टर हवा में तैरते नजर आए। आंधी पानी के बाद कई इलाकों की बिजली गुल हो गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आए आंधी तूफान से हुए जानमाल के नुकसान के मद्देनजर प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मैनपुरी, कासगंज, एटा आदि जिलों में आए आंधी-तूफान का संज्ञान लेते हुए योगी ने इससे प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार प्रभावितों के साथ है और उनकी हर सम्भव मदद की जाएगी।
वहीं मौसम विभाग के माने तो अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में मौसम शुष्क रहेगा और कई क्षेत्रों में गर्म हवा का प्रकोप जारी रहेगा।