बहराइच–रुपईडीहा सीमा पर मानव तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को एसएसबी ने जांच के दौरान एक महिला व पुरुष को गिरफ्तार किया। यह सभी एक युवती को बेचने के लिए चंडीगढ़ ले जा रहे थे।
एसएसबी की सूचना पर सामाजिक संस्था टिनी हैंड्स ने युवती को उसके घर भेजने की कार्रवाई की है। वहीं रुपईडीहा पुलिस ने दोनों मानव तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर उनको जेल भेज दिया है।
भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी का जाल लंबे समय से फैला हुआ है। एसएसबी के साथ चाइल्ड लाइन और सामाजिक संस्थाएं भी इन पर शिकंजा कसने का पूरा प्रयास कर रही हैं। लेकिन मानव तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एसएसबी की 42वीं वाहिनी के इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि शनिवार को जांच के दौरान एक युवक व दो युवती संदिग्ध हालत में दिखाई दिए। युवक नेपाल के जिला दांग के पवन नगर निवासी शोभित शर्मा पुत्र इंद्रप्रसाद शर्मा और जिला दांग के धोरानेटी निवासी सुनीता ढकाल को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से एक 18 वर्षीय युवती बरामद हुई।
दोनों ने पूछताछ में बताया कि वह युवती को लेकर पंजाब चंडीगढ़ जा रहे थे। जहां उसे बेच दिया जाता। एसएसबी की सूचना पर मानव तस्करी को लेकर काम कर रही सामाजिक संस्था टिनी हैंड्स ने युवती की काउंसलिंग की। उसे अपने परिवार के पास वापस भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान महिला उपनिरीक्षक संगीता, मोहम्मद अहमद, एजाज खान, ऊषा देवी, कीर्ति त्रिपाठी आदि मौजूद रहे। गिरफ्तार तस्करों को रुपईडीहा पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस ने केस दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया है।
(रिपोर्ट – अमरेंद्र पाठक , बहराइच )