खेत में काम कर रही दादी-पोती को निवाला बना एक घंटे तक शवों के पास गुर्राता रहा बाघ

बहराइच– कतर्नियाघाट रेंज में विशुनापुर गांव के निकट खेत में काम कर रही दादी-पोती को मंगलवार शाम को बाघ ने निवाला बना लिया। काफी देर बाद लोगों को घटना की जानकारी हुई, तब कोहराम मच गया। 

बाघ दोनों शवों को गेरुआ नदी के टापू पर खींच ले गया। वनाधिकारी और पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो हांका लगाने के बाद बाघ एक घंटे बाद जंगल की ओर गया। इसके बाद लाशों को कब्जे में लिया जा सका। दोनों लाशों को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वनाधिकारी मौके पर छानबीन कर रहे हैं।

कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत विशुनापुर गांव निवासी परदेशी का खेत जंगल के निकट गेरुआ नदी से सटा हुआ है। परदेशी की 55 वर्षीय पत्नी सोनी और पौत्री नीतू (10) मंगलवार शाम को खेत में लगी मेंथा की फसल की निकाई करने गई थी। इसी दौरान जंगल से निकलकर आए बाघ ने सोनी पर झपट्टा मारा। इस दौरान नीतू ने शोर मचाना शुरू किया। तभी बाघ ने उस पर भी हमला कर मार डाला। बाघ दोनों शवों को गेरुआ नदी के टापू पर खींच ले गया। इस दौरान रह-रह कर बाघ दहाड़ता रहा। बाघ की दहाड़ सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हुए। तब लोगों को घटना की जानकारी हो सकी। सूचना रेंज कार्यालय दी गई। वन क्षेत्राधिकारी पीयूष मोहन श्रीवास्तव, डिप्टी रेंजर राधेश्याम, वन दरोगा अशफाक, अनिल कुमार, वन रक्षक पवन शुक्ला, वाचर पट्टू, अनिल श्रीवास्तव तथा सुजौली थाने के उपनिरीक्षक अशोक कुमार, जितेंद्र सिंह व डीएन विश्वकर्मा मौके पर पहुंचे। लेकिन बाघ लाशों के पास बैठा दहाड़ता रहा। इस पर सभी ने शोर मचाना शुरू किया। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाघ शवों को छोड़कर जंगल की ओर गया। इसके बाद दादी-पौत्री के शव को कब्जे में लिया जा सका। पंचनामा कर दोनों लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)

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