सीतापुर–बाराबंकी में हुयी जहरीली शराब से मौतों के बाद भी सीतापुर जिला प्रशासन अभी तक कुम्भकर्णी नींद में सोया हुआ था। इसी का नतीजा आज दो गांव के तीन परिवार झेलने को मजबूर हो गए हैं।
सीतापुर के एक कस्बे में जहरीली शराब तीनों लोगों की मौत हो गयी जबकि पांच लोगों की हालत बिगड़ गयी हैं जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया हैं। परिजनों के मुताबिक वह गांव के बाहर किसी शराब कारोबारी के यहां बिकने वाली कच्ची शराब को पीने के बाद ही उनकी हालत बिगड़ी और उसके बाद ही तीन लोगों की मौत हो गयी। पुलिस के आलाधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं। इस गंभीर मामले के बाद आईजी रेंज लखनऊ ने देर रात मौके पर पहुंच कर मामले में कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
मामला महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के सैदनपुर गांव का हैं। यहां के निवासी विजय,सुमेरी लाल,विनोद समेत एक दर्जन लोगों ने गांव के बाहर पैतेंपुर गांव से शराब व्यापारी के यहां से कच्ची शराब का सेवन किया। परिजनों के मुताबिक यह सभी ने शराब का सेवन किये जिसके अगले दिन ही सभी की हालत बिगड़ने लगी और विनोद को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया जहां से डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया लेकिन रास्ते मे ही उसकी मौत हो गयी। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस के डर से बगैर पुलिस को सूचना दिए विनोद का अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक विनोद की मौत के बाद अन्य शराबियों की हालत बिगड़ने लगी और देर रात अन्य दो लोगों की भी मौत हो गयी। शराब पीने से हुयी मौतों के बाद पुलिस महकमा उसे दबाने में जुटा रहा लेकिन परिजनों के आक्रोश को देखकर दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी।
ग्रामीणों के मुताबिक अभी तक शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि पांच लोगों की हालत खराब हैं जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी भिजवाया गया हैं। पुलिस के आलाधिकारी मौतों पर पर्दा डालने में जुटा हुआ हैं और मौतों के कारणों को स्पष्ट नही कर रहा हैं और जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ने में जुटा हुआ हैं। देर रात मामले की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ रेंज आईजी एस.के.भगत ने मौका मुआयना किया और अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए हैं। हालांकि पुलिस के आलाधिकारी मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं।