बस्ती– यौन शोषण पीड़िता साध्वियों ने कोतवाली से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय , डीआईजी बस्ती साथ ही आईजी जोन गोरखपुर के दरबार में न्याय के लिए भटक रही हैं। 2 माह बीत जाने के बाद भी यौन शोषण के आरोप में घिरे बाबा
सच्चिदानंद उर्फ दयानंद का बस्ती पुलिस आज तक कोई सुराग नहीं लगा पाई। फिलहाल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विवेचना हो रही है और गिरफ्तारी जल्द होगी। वही न्यायालय ने आरोपी बाबा सहित उनके चेलों और सहयोगी शिकंजा कसते हुए आरोपियों के ऊपर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
केंद्र हो या प्रदेश सरकार बार-बार महिला सशक्तिकरण की बात करती है ; लेकिन महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की पुलिस पूरी तरह फेल हो चुकी है। बस्ती जिले में संत कुटी आश्रम की तीन साध्वियों ने अपने गुरु बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद सहित बाबा के चेले और उनके सहयोगियों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा 18 दिसंबर 2017 को बस्ती जिले के कोतवाली में दर्ज कराया था। तब से 2 माह बीत गए ; बस्ती पुलिस अभी तक ना बाबाओं के चेले का पता लगा पाए और ना ही बाबा का। यही सच्चिदानंद उर्फ़ दयानंद बाबा है ; जो अखाड़ा परिषद कि इलाहाबाद में बैठक के दौरान सच्चिदानंद उर्फ दयानंद को बाबाओं की लिस्ट से निकाल दिया गया था और कहा गया था कि यह बाबा नहीं है।
वहीं साध्वियों ने आरोप लगाया कि बाबा इतने पहुंचदार हैं और पैसे वाले हैं कि यहां के अधिकारियों को खरीद लिए हैं। इसीलिए पुलिस अभी तक गिरफ्तारी नहीं कर रही है। अगर कोई उसका विरोध करता है तो साध्वियों के साथ अपना स्वयं बलात्कार करता है। उसके बाद फर्जी FIR लिखा देता है। साध्वियों ने बताया कि बार-बार बाबा कीतरफ से धमकी मिल रही है कि सुलह समझौता कर लो; नहीं तो जान से मार देंगे।
वही इस संबंध में बस्ती डीआईजी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि साध्वियों मेरे पास आई थी। मैंने तत्काल SP को निर्देशित किया है कि बाबा सहित अन्य आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए और जो बिहार प्रदेश के नवादा जिले में फर्जी बाबा के कहने पर FIR लिखवाया गया है। उनके sp से बात कर पूरे प्रकरण को सही जानकारी देते हुए इन लोगों की मदद करो और बाबा को गिरफ्तार किया जाए।
(रिपोर्ट – अमृतलाल , बस्ती )