कौशांबी — उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा की उल्टी गिनती अब शुरू हो गई है। सूबे मे निजाम बदलने के साथ ही बोर्ड परीक्षा के दौरान लगने वाले नकल के कलंक का दाग मिटाने के लिए सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है।
सरकार का दावा है कि इस बार की बोर्ड परीक्षा मे पारदर्शिता बरतने के लिए उन सभी उपायों को अमल मे लाया जाएगा जिससे नकल पर अंकुश लगाया जा सके। शयद इसी लिए नकल पर नकेल कसने के लिए इस बार बोर्ड परीक्षा तीसरी आँख यानि सीसीटीवी कैमरा की निगहबानी मे कराने का फैसला लिया गया है।
दरअसल देश भर में नकल के लिए बदनाम कौशांबी जिले मे इस बार नकल विहीन बोर्ड परीक्षा का दावा जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा कर रहे हैं। डीएम का दावा है कि शासन की मंशानुरूप इस बार जिले के पचास हजार परीक्षार्थियों के लिए बनाए गए 88 परीक्षा केंद्रों सीसीटीवी कैमरा लगवा कर परीक्षा सम्पन्न कराई जाएगी।
डीएम ने स्कूल संचालकों, केंद्र व्यवस्थापको, प्रिंसिपलों व दूसरे जिम्मेदारों के साथ बैठक कर स्पष्ट कर दिया है कि पूरी परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगहबानी मे कराई जानी है।डीएम की सख़्ती का असर यह है कि परीक्षा केंद्र बने 88 मे से 82 में अब तक सीसीटीवी कैमरे लग गए हैं। डीएम का कहना है कि नकल विहीन परीक्षा करवाकर जिले के ऊपर लगे दाग को मिटाना उनकी प्राथमिकता है।
(रिपोेर्ट-शेषधर तिवारी,कौशांबी)