नई दिल्ली– गुजरात में लगातार छठीं बार भगवा परचम लहराते हुए भाजपा ने इतिहास रच दिया है। जीत मिलने के बाद अब भाजपा में गुजरात के सीएम पद के लिए चेहरे को लेकर मंथन शुरू हो गया है और इसे एक चुनौती के तौर पर भी लिया जा रहा है।
पाटीदार आंदोलन के बीच भाजपा यहां के सीएम के लिए एक ऐसे चेहरे को तलाश रही है, जो चुनाव में किए गए पार्टी के वादों को पूरा कर सके और पार्टी को मजबूती से खड़ा रख सके तथा जिसकी जनता में भी अच्छी – खासी पहचान हो। ऐसे में स्मृति ईरानी का नाम गुजरात के मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे आ रहा है। स्मृति ईरानी टेक्सटाइल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री हैं। मजबूत नेतृत्व क्षमता, गुजरात में एक जाना-पहचाना चेहरा और प्रधारमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद मंत्रियों में से एक स्मृति ईरानी को नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि स्मृति ईरानी ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वो बिल्कुल भी सीएम पद की दौड़ में नहीं हैं।
बता दे स्मृति ईरानी के अलावा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री मनसुख एल मंडाविया का नाम भी सीएम पद के लिए चर्चाओं में है। मनसुख मंडाविया सौराष्ट्र से आते हैं और पाटीदार समाज से हैं। गुजरात में मंडाविया की पहचान किसानों से जुड़े हुए नेता के तौर पर है। इनके साथ ही कर्नाटक के राज्यपाल और गुजरात विधानसभा के पूर्व स्पीकर वजूभाई वाला का नाम भी सीएम पद की रेस में है। वजूभाई गुजरात सरकार में वित्त, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय संभाल चुके हैं।