न्यूज़ डेस्क–संतकबीर नगर में जिला योजना की बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद शरद त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी के विधायक राकेश सिंह पर सरेआम जूतों की बारिश कर दी। बैठक के दौरान बीजेपी विधायक और बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी के बीच बहस शुरू हुई लेकिन देखते-देखते यह बहस हाथापाई में तब्दील हो गई।
हालाँकि बताया जा रहा है की सन्तकबीरनगर में कल सांसद और विधायक के बीच हुए जूता स्ट्राइक की पटकथा बीते साल ही तैयार हो चूका था जब विधायक ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दो थानाध्यक्षो का स्थानांतरण करवा दिया था। दिसम्बर महीने में एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था जिसमे विधायक जी विनोदपूर्ण शैली में अपने एक सजातिय इंस्पेक्टर से दो इंस्पेक्टरों का तबादला रुकवाने में विधायक जय गोविंद चौबे और सांसद शरद त्रिपाठी के फेल होने की बात कहकर मजे ले रहे थे। आज हुए घटनाक्रम को लेकर लोग यह अंदाजा लगा रहे है कि उसी घटनाक्रम के चलते दोनों के रिश्ते तल्ख़ थे और आज मर्यादा को तार तार कर जूता स्ट्राइक जमकर चला। जो आडियो क्लिप है उसमें विधायक राकेश सिंह बघेल और इंस्पेक्टर सदानन्द सिंह की आवाज बताई जा रही है।
इसके अलावा दोनों के बीच लंबे समय से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन में संतकबीर नगर सीट मायावती के खाते में गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में शरद त्रिपाठी को दोबारा टिकट मिलने पर संशय बना हुआ है। संतकबीर नगर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली मेंहदावल विधानसभा सीट से विधायक राकेश सिंह बघेल सांसद शरद त्रिपाठी के टिकट का विरोध कर रहे थे। बघेल इस अभियान में काफी हद तक सफल होते नजर आ रहे थे। इस बात की भनक शरद त्रिपाठी को लग चुकी थी।
संतकबीर नगर से सपा के दिग्गज नेता भालचंद यादव यह सीट बसपा के खाते में जाने से बीजेपी से टिकट के लिए हाथ पांव मार रहे हैं। इस कड़ी में उन्होंने पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात भी कर चुके हैं। ऐसे में बीजेपी की ओर से उन्हें हरी झंडी भी मिल चुकी है। इससे साफ जाहिर है कि शरद त्रिपाठी का टिकट कटना लगभग तय हो चुका है। शरद त्रिपाठी को पता चल चुका था कि इस बार उन्हें टिकट नहीं मिल रहा है। इसके अलावा सांसद शरद त्रिपाठी के द्वारा जिले के तीनों विधानसभाओं में सांसद निधि से होने वाले विकास कार्यों के शिलापट्ट से विधायकों का नाम गायब रहने लगे। इससे विधायकों के अंदर नाराजगी बढ़ गई। राकेश बघेल ने अपने क्षेत्र में कराए विकास कार्य कराए के शिलापट्ट से सांसद के नाम गायब कर दिया।
बुधवार को संत कबीरनगर कलेक्ट्रेट में जिला नियोजन समिति की बैठक में बीजेपी के सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश कुमार सिंह बघेल सहित सभी भी मौजूद थे। ये बैठक जिला के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के मौजूदगी में हो रही थी। इसी दौरान सांसद ने शिलान्यास के पत्थर पर अपना नाम न लिखा देखकर जेई पर भड़क गए। इसी बीच, विधायक राकेश सिंह बघेल ने कहा कि हमसे बात कीजिए। इसके बाद दोनों के बीच कहा सुनी होने लगी और ये बहस जूतमपैजार में बदल गई।