बहराइच– कतर्निया वन्य क्षेत्र में स्थित ककरहा रेंज के एक गांव के पास देर रात जंगल से निकलकर एक तेंदुआ पहुंच गया। ग्रामीणों ने टार्च की रोशनी में देखा, तो उनमें दहशत फैल गयी करीब 30 मिनट तक तेंदुआ गांव के निकट स्थित एक फार्म में दहाड़ता रहा।
ग्रामीणों के मशाल जलाकर हाका लगाने पर तेंदुआ जंगल की ओर चला गया । मौके पर पहुंचे वनाधिकारियों ने पदचिन्हों से मादा तेंदुआ होने की पुष्टि की है। गांव के लोग दहशत में हैं। जंगल में जलस्रोत सूखे होने के चलते दुर्लभ वन्यजीव भटक कर आबादी की ओर पहुंच रहे हैं। बीते एक पखवारे में वन्यजीवों के जंगल से निकलने की घटनाएं बढ़ी हैं। रात 10 बजे के आसपास मधवापुर गांव के लोग सोने की तैयारी कर रहे थे। तभी तेंदुए की गुर्राहट और दहाड़ कानों में पड़ी।
समूह में ग्रामीण गांव के बाहर पहुंचे तो टार्च की रोशनी में गांव से सटे बशीर फार्म में तेंदुए को देखा। इससे सभी सहम गए। लोगों ने शोर मचाना शुरू किया। इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने मशाल जला दिया। फिर भी 40 मिनट तक तेंदुआ मौके पर जमा रहा। गनीमत यही रही कि शोर होने और मशाल जलने के चलते उसने हमला नहीं किया। इस दौरान रेंज कार्यालय ककरहा को सूचना दी गई; लेकिन जब तक वनकर्मी पहुंचते तेंदुआ वापस जंगल की और चला गया।
(रिपोर्ट – अमरेंद्र पाठक, बहराइच )