UPTET में असफल होने वाले शिक्षामित्रों के लिए अभी बाकी हैं ये तीन रास्ते

लखनऊ– शुक्रवार को यूपी बेसिक एजुकेशन बोर्ड ने यूपीटीईटी-2017 का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार प्राइमरी लेवल पर 18 फीसदी और हाई प्राइमरी लेवल पर 8 फीसदी कैंडिडेट एग्जाम पास कर पाए । इस रिजल्ट से सबसे बड़ा झटका शिक्षामित्रों को लगा है। लेकिन असफल होने वाले शिक्षामित्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उनके पास अभी भी कुछ मौके हैं। जो इस प्रकार हैं –

 

– शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने का आदेश 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। उस आदेश में कहा गया था- शिक्षामित्र योग्यता बढ़ाने के लिए जितनी बार चाहे, उतनी बार टीईटी एग्जाम में बैठ सकते हैं, लेकिन टीईटी पास होने के बाद सहायक अध्यापक बनने के लिए खुली भर्ती में केवल दो मौके ही मिलेंगे। इन दोनों मौके की गिनती भर्ती निकलने के बाद से होगी। इस हिसाब से शिक्षा मित्रों के पास टीचर बनने के बाद दो मौके बचे हैं। बता दें कि यूपी सरकार प्रदेश में 64 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकालने वाली है। ऐसे में अभी भी शिक्षामित्रों के पास सहायक अध्यापक बनने के लिए दो मौके बचे हुए है।

– यूपी प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की तरफ से 14 दिसम्बर 2017 को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन के लिए रिव्यू पिटीशन दाखिल की गई थी, जिसे अभी कोर्ट ने एक्सेप्ट कर लिया है।जनवरी के पहले हफ्ते में इस पर पुनर्विचार होगा। इसलिए अभी शिक्षामित्रों के पास सहायक अध्यापक बनने का एक मौका अभी बचा हुआ है।

– यूपी प्राथमिक शिक्षामित्र संघ का प्रतिनिधिमंडल समायोजित करने की मांग को लेकर जल्द ही सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने की तैयारी में है। शिक्षामित्र सीएम से ये मांग करेंगे कि सरकार उनके 17 साल के अनुभव को इग्नोर न करे और उन्हें सहायक अध्यापक पद पर समायोजित करने के लिए अध्यादेश लाए। इस वजह से शिक्षामित्रों के पास सहायक अध्यापक बनने का एक मौका अभी भी बचा हुआ है।

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