आदमखोर बन चुके कुत्तो को ग्रामीणों ने दी फांसी

सीतापुर– कुत्ता एक ऐसा जानवर होता है जो इंसानो के सबसे करीब माना जाता है। और इसका कारण इनकी वफादारी और समझदारी है लेकिन जब ये ही कुत्त आदमखोर हो जाए और इंसान को ही मारने लगे तो थोड़ा अटपटा लगता है।

ऐसा ही मामला जिले के खैराबाद इलाके से सामने आया है जहां आदमखोर कुत्तो ने इलाके के कई बच्चो को मौत के घाट उतार दिया। और इसपर सरकार के सख्त कदम न उठाने पर ग्रामीणो ने ही पहल कर बुधवार को एक अभियान चलाया जिसमें लगभग 30 से अधिक कुत्तो को मौत को मार कर फंदे से लटका दिया। हालाकिं जानवरों को ऐसे मारना ठीक नही है लेकिन ग्रामीण इसे मजबूरी बता रहे है।

ग्रामीणो में काफी आक्रोश

आदमखोर बन चुके कुत्तो ने अबतक नौ बच्चो को मौत के घाट उतारा तथा 18 से ज्यादा बच्चो को जख्मी किया है। इतना ही नही बल्कि बीते मंगलवार को भी कुत्तो ने 3 बच्चो को अपना निवाला बनाया। जिसके बाद से ग्रामीणो में काफी आक्रोश देखा गया है। और इसमे हैरानी की बात यह है कि प्रशासन ने भी स्थानीय लोगों की  इसमे किसी तरह की कोई मदद नही की है। 

30 कुत्तों को उतारा मौत के घाट 

बुधवार को क्षेत्र के बद्री खेड़ा, कोलिया, महेशपुर, पहाड़पुर, रहिमाबाद, गुरपलिया, नेवादा, टिकरिया, जैनापुर जैती खेड़ा, आदि गांव के सैकड़ो ग्रामीणों ने अपना काम छोड़ कर कुत्तो की तलाश में जुट गए। करीब 30 कुत्तों को ग्रामीणो ने मौत के घाट उतार दिया। कई जगह तो ग्रामीणो ने कुत्तों को मारकर पेड़ पर फंदे से लटका दिया।

प्रशासन ने बुलाई एक्सपर्ट की टीम

ग्रामीणो के कार्रवाई के बाद प्रशासन भी अब जाग गया है। एसडीएम शशांक त्रिपाठी ने बताया कि मथुरा से एक्सपर्टो की टीम बुला ली गई है। गुरुवार की सुबह एक्सपर्ट क्षेत्र के वन विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, आदि विभागों के साथ आदमखोर कुत्तो की तलाश में निकलेंगे। जल्द ही आदमखोर कुत्तों से निजात दिलाई जाएगी।

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