प्रतापगढ़ — प्रतापगढ़ में आज बड़ा ट्रेन हादसा स्थानीय किशोर की सूझबूझ से टल गया। अमृतसर हावड़ा रूट पर रेलवे पिलर संख्या 880 /8 के पास रेल पटरी टूटी हुई थी जो की फतनपुर कोतवाली के राई गांव के पास स्थित है।इस टूटी पटरी पर रातभर ट्रेनों का अावागमन जारी रहा।
वहीं सुबह लोग रेलवे लाइन के पास शौच को गए थे इन्ही में एक किशोर दर्शन की नजर रेल की पटरी टूटी पड़ी जिसे देखकर वह फौरन घर की तरफ भागा और अपने चाचा को जाकर बताया। चौकीदार ने तुरंत पुलिस को सुचना देने के साथ ही रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया और देखा की ट्रैक टूटा हुआ है।
इस दौरान वाराणसी की तरफ से लखनऊ को जाने वाली इंटरसिटी ट्रेन आती दिखी तत्काल उसने अपने साफे से ट्रेन की तरफ लहराना शुरू कर दिया। ट्रेन थोड़ी दूर पर रुक गई। ड्राइवर और ट्रेन में तैनात फ़ोर्स के लोग मौके पर पहुंचे थोड़ी देर बाद कासन पर ट्रेन अपने गंतव्य को रवाना हो सकी। सूचना के बाद मौके पर विभाग के जिम्मेदार पहुंचे तो उल्टा चौकीदार को ही जेल भेजने की धमकी देने लगे।जिस पर स्थानीय लोगो और पत्रकारों के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ।
इसके बाद से लगातार ट्रेने कासन पर गुजारी जा रही है और मरम्मत के लिए ब्लाक मिलने का इंतजार किया जा रहा है। अब बड़ा सवाल यह की ऐसी स्थिति में कोई कैसे ट्रैक फ्रेक्चर की सूचना कैसे देगा जब रेलवे की मदद करने वालो को विभागीय लोग धमकाते रहेंगें। इस बाबत हमने विभागीय अधिकारियो से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया तो मौखिक तौर पर तो इस बताये लेकिन कैमरे के सामने बोलने से ये कहते हुए इंकार कर दिया।और कहा बयान देने के लिए लखनऊ में पीआरओ है हम बयान के लिए अधिकृत नहीं है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)