गुजरात के चोर के पास हैं 100 करोड़ की गाड़ियां !

फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने राष्ट्रीय स्तर पर कार चोरी गिरोह के एक शातिर अपराधी को दो लग्जरी कारों सहित गिरफ्तार किया है ।जबकि उसका गुरु पुलिस को चकमा दे गया। उसकी पुलिस तलाश कर रही है।

युवक गुजरात का रहने वाला है । पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा ने पुलिस लाइन सभागार में बताया कि स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित, प्रभारी निरीक्षक राजेश पाठक व सर्विलांस प्रभारी विनय राय ने शहर कोतवाली क्षेत्र के देवरामपुर क्रासिंग से गुजरात के अहमदाबाद शाहपुर मिल कम्पाउंड निवासी रिजवान उर्फ़ कबूतर पुत्र अब्दुल रसीद को दबोच लिया।जबकि उसका गेंग लीडर इलियाश उर्फ़ हाफिज पुत्र महबूब निवासी शाहपुर बैंल्दर पाड अहमदाबाद गुजरात पुलिस को चकमा देकर भाग गया।आरोपी कबूतर के पास से पुलिस ने एक एक इनोबा व एक महिंद्रा टीयूवी कारो को बरामद कर लिया।

पुलिस अधीक्षक के अनुसार यह लोग होटलों में फर्जी नाम पते से रुकते थे।घटना को अंजाम देने के बाद कबूतर व उसका गुरु इलियाश फर्जी नाम व पते से मुम्बई के होटलों में रुककर वहां जस्ट डायल के माध्यम से खुद कार चलाने की सुबिधा को लेकर मौका लगते ही कार को लेकर उड़ जाते थे।चोरी की गयी कार गैंग लीडर के बताये हुये ठिकाने पर पंहुचा दी जाती थी।उसके बाद उसके कागजो को बदलकर लोगो को बेच दिया करते थे।पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली की कई राज्यो में कार चोरी का गिरोह चलाने वाला जिले में दाखिल हो चुका है।उसी बजह से उसको पकड़ा गया है।एसपी ने यह भी कहा कि इस अपराधी की मदद से आने वाले समय मे सैकड़ो गाड़ियों खोजने में मदद मिलेगी।

एसपी ने कार व शातिर को दबोचने वाली टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुलिस विभाग का खेल जानिए-पुलिस ने गुजरात राज्य के इस  शातिर अपराधी को कई दिनों पहले कायमगंज क्षेत्र से पकड़ा था।उसके साथ स्थानीय तीन लोगों को भी पकड़ा था।वही से पुलिस को दो चोरी की गाड़ियां मिली थी लेकिन पुलिस ने तीन अन्य लोगो को छोड़ दिया उनको क्यो छोड़ा इस पर कोई बोलने को तैयार नही है।लेकिन हकीकत में पुलिस सभी पक्षो को मीडिया के सामने नही लाती है।क्योंकि अभी तक पुलिस इतने दिनों तक उसको क्यो अपने पास बैठाई रही।लेकिन जिले के एसपी अतुल शर्मा को बर्तमान में अपनी पुलिस द्वारा किये जा रहे खुलासे दिखाई दे रहे है लेकिन उसके पीछे जो खेल चल रहा है वो नही दिखाई देता है।उनके द्वारा लगाए गए टीम पर आंख बंद करके भरोसा कर लेते है।क्योंकि यदि वह भी देखने लगे तो पुलिस की ऊपरी आमदनी बन्द हो जायेगी।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रूखाबाद)

 

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