लखनऊ — प्रदेश मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कांशीराम को श्रद्वांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मानीय कांशीराम जी ने दलितों के हित में सराहनीय कार्य किए हैं और उनकी कार्यप्रणाली से हम सबको शिक्षा लेने की आवश्यकता है।
वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान लोकसभा के उपचुनावों में देश के इतिहास में विपक्षी एकता ने एतिहासिक जीत दर्ज की है। और भारतीय जनता पार्टी की कार्यशैली एवं जनता की अनेदेखी को बेनकाब किया है यही कारण है कि जनता ने स्पष्ट रूप से उन्हें और उनकी पार्टी को नकार दिया है।
इसके अलावा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जीत की बधाई देते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती की विपक्षी एकता के लिए अनूठी पहल सराहनीय है। साथ ही पीस पार्टी, निषाद पार्टी और कम्युनिष्ट पार्टी द्वारा इन चुनावों में प्राप्त समर्थन के लिए धन्यवाद देते है।और राष्ट्रीय लोकदल उसके पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता विपक्षी एकता के सन्दर्भ में सदैव क्रियाशील रहेंगे।
यही नहीं उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को देश की जनता ने हराने का मन बना लिया है क्योंकि इनकी कार्यशैली से देश का किसान मजदूर, नौजवान, व्यापारी एवं आमजनता अपने को असहाय पाते हुये ठगा महसूस कर रही है और इनकी जुमलेबाजी सुनने की इच्छा किसी के पास नहीं है।
उन्होंने कहा किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरम सिंह की नीतियों का अनुसरण करते हुये राष्ट्रीय लोकदल ने सदैव किसान हितों की सोच रखते हुये किसानों की समस्याओं को सड़क से संसद तक उठाया है। आलू किसानों के सन्दर्भ में आगरा और बाराबंकी में किसान पंचायतों का आयोजन किया गया। आलू किसानों की समस्याओं को ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार को समय समय पर अवगत कराया गया। परन्तु योगी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। स्पष्ट है कि किसानों की आय को दुगुनी करने का लाॅलीपाप दिखाना भारतीय जनता पार्टी की धोखेबाज शैली है।