एटा– जिले में मुख्यमंत्री के आदेश की जमकर धज्जिया उड़ाने का बड़ा मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 एनडी तिवारी के निधन के बाद हुए दो दिन के राजकीय शोक के बाद भी एटा में सरकारी कार्यालय खोले गए।
जिसमे मुख्यमंत्री द्वारा किये गए आदेश के जमकर धज्जिया उड़ाई गयी। जनपद एटा के तहसील सदर में आज राजकीय शोक होने के बाबजूद भी लगभग सभी कार्यालय खुले रहे। जब सरकारी कार्यालयों में काम कर रहे कर्मचारियों से पूछने की कोशिश की गयी तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया और कैमरे से बचते नजर आये।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का गुरुवार को निधन पर प्रदेश में 20 व 21 अक्टूबर को प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय शोक घोषित किया और दोनों दिन प्रदेश में सरकारी कार्यालय बंद करने का भी ऐलान किया।
साथ ही राजकीय कार्यालयों व भवनों पर फहराया जाने वाला राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा जिसके लिए सरकार द्वारा सभी मंडलायुक्त और जिलाधिकारियों को कड़े दिशा निर्देश दिये गये। लेकिन तहसील सदर और ज्यादातर कार्यालय खुले रहे और कामकाज होता रहा और राष्ट्रीय ध्वज को भी झुकाया नहीं गया।
पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के निधन पर जहां देश की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले दिग्गज नेता एन डी तिवारी के निधन के बाद एटा में इसकी जमकर धज्जियॉं उड़ाई गई और प्रशासन के लापरवाह आला अधिकारी सोते रहे। सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहना चाहिये लेकिन ऐसा नहीं हुआ और न ही इसकी किसी को परवाह थी।