कानपुर–नोटबंदी के करीब 14 महीने बीतने के बाद यूपी के कानपुर जिले के एक इलाके से करोड़ों रुपये के पुराने नोटों का सबसे बड़ा जखीरा मिलने से सनसनी फैल गई है। यहां नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने 100 करोड़ रुपए कानपुर के निर्माणाधीन घर से बरामद किए हैं ।
जिसमे 500 व 1000 रुपए के बंद नोट पकड़े गए हैं। एनआईए के अधिकारी ने बताया कि यह पैसा 4-5 लोगों का है, जिसमे एक जानामान डिटर्जेंट बनाने वाला व्यापारी भी है। स्वरूप नगर इलाके में स्थित एक घर पर छापे के दौरान पुलिस अलग-अलग कमरे में मौजूद पुराने नोटों के बिस्तर देखकर सन्न रह गई। मामले में पुलिस ने 16 लोगों को हिरासत में लिया है। यह छापा कानपुर पुलिस को एनआईए से इनपुट्स मिलने के बाद पड़ा है। एनआईए और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों बीते दिनों पुलिस को पुराने नोट जमा होने की जानकारी दी थी। इसके बाद मंगलवार को एनआईए के साथ मिलकर पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की।
कानपुर के एसएसपी एके मीणा ने बताया कि हमे कानपुर में एक व्यक्ति के पास करोड़ो रुपए की बंद हो चुके नोट पाए गए हैं, यह छापेमारी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, आयकर विभाग की ओर से की गई है है। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि कितने नोट बरामद किए गए हैं क्योंकि इसकी गिनती व छापेमारी अभी भी चल रही है, साथ ही मामले में पूछताछ भी की जा रही है। एजेंसी को पुरानी करेंसी बदले जाने की सूचना एक मुखबिर के जरिये मिली थी। इसके बाद बिल्डर आनन्द खत्री को पकड़ा गया और उसकी निशानदेही पर अस्सी फिट रोड स्थित होटल से हैदराबाद के एक युवक और पूर्वांचल के दो युवकों को पकड़ा गया। पुलिस को इनसे शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि रकम हवाला के जरिये दुबई और अमेरिका भेजी जानी थी और फिर एनआरआई कोटे से इसे बदला जाना था। लेकिन मनी एक्सचेंज का पूरा खेल अभी सामने आना बाकी है। आयकर नियमों के मुताबिक पुरानी करेंसी रखने के आरोपियों को बरामद करेंसी का पाॅच गुना जुर्माना देना होगा और जेल जाना होगा। जुर्माना न देने पर उनकी चल अचल सम्पत्ति से रिकवरी की जाएगी।