लखनऊ– राजधानी लखनऊ में पुलिस आए-दिन वाहनो की चेकिंग करती है। और ये चीजे कहीं न कहीं नागरिकों की सुरक्षा के लिहाज से सही भी है। लेकिन चेकिंग के दौरान इन पुलिस वालों को आम लोगों से बदसलूकी व मारपीट करने का अधिकार सरकार ने इन्हे नही दिया है।
इसी के चलते बीते मंगलवार को गोमती नगर में चेकिंग के दौरान युवती के नाक पर डंडा मारने के आरोप में सीएम योगी ने दो पुलिस सिपाही को निलंबित कर दिया।
सीएम ने किया निलंबित
गोमती नगर विस्तार इलाके में स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने मंगलवार शाम वाहन चेकिंग के दौरान गाड़ी रोकने के लिए डंडा चलाना दो सिपाहियों पर भारी पड़ गया। मुख्यमंत्री के आदेश पर दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच एएसपी चक्रेश मिश्र को सौंपी गई है।
पीड़िता के मां है वन अधिकारी
मालूम हो कि गोमतीनगर निवासी प्रगति रोटरी इंटरनेशनल के पत्रकारपुरम स्थित कार्यालय में नौकरी करती है। उसकी मां वन विभाग में प्रथम श्रेणी की अधिकारी हैं। मंगलवार शाम ऑफिस की छुट्टी होने के बाद वह अपने दोस्त रिचांक तिवारी के साथ बाइक से एसआरएस मॉल जा रही थी।
जाने पूरा मामला
जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर दो के सामने वाहन चेकिंग कर रही पुलिस ने उसकी बाइक रोकने का इशारा किया। प्रगति का कहना है कि बारिश की वजह से सड़क पर फिसलन थी। रिचांक जब तक बाइक के ब्रेक लगाता, वह पुलिसकर्मियों के पास पहुंच गई। सिपाही ने डंडा चला दिया, जो उसके पीछे बैठी प्रगति की नाक पर जा लगा। उसकी नाक टूट गई और खून बहने लगा। इससे वह बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी।
पुलिस: डंडा मारना मेरा अधिकार
पुलिसकर्मियों ने उसे उठाकर अस्पताल ले जाने का प्रयास भी नहीं किया। प्रगति के साथ काम करने वाली युवतियां स्कूटी से आ गईं। उन्होंने उसे उठाकर लोहिया अस्पताल पहुंचाया। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने उससे अभद्रता की और डंडा मारकर रोकने को अपना अधिकार बताया।