न्यूज़ डेस्क– केंद्रीय हिंदी संस्थान में ‘साहित्य सृजन से राष्ट्र अर्चन’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी का उद्घाटन करने आगरा पहुंचे राज्यपाल राम नाईक ने एक बार फिर से दोहराया कि कासगंज दंगा उत्तर प्रदेश का कलंक है।
यहां बोलते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि-‘ योगी आदित्यनाथ की सरकार के 10 माह के कार्यकाल में इस तरह की पहली घटना है। मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें सभी को सहयोग करना चाहिए। ‘ राज्यपाल ने बताया कि प्रदेश में इन दिनों चोरी और डकैती करने वालों को पकड़ा जा रहा है। सरकार की मंशा कानून व्यवस्था में सुधार लाने की है। इसमें सभी लोग सहयोग देंगे तो प्रदेश की स्थिति बेहतर होगी। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को समय पर डिग्री न मिल पाने के सवाल पर डा. भीमराव आंबेडकर विवि का बचाव किया। कहा कि यह सच्चाई से कोसों दूर है। आगरा ही नहीं प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय के छात्र की उन्हें शिकायत प्राप्त होती है कि उसे समय पर प्रमाणपत्र नहीं मिला रहा तो वह खुद उपलब्ध कराएंगे।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में नकल विहीन परीक्षा कराई जाएगी। सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षाएं कराई जाएंगी। समय पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। समय से परिणाम घोषित किया जाएगा। परीक्षा के संबंध में 10 फरवरी को कानपुर में कुलपतियों की बैठक बुलाई गई है।