फर्रुखाबाद— पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दोपहर के समय अपने भाइयों के कंधों का सहारा लेकर एक महिला पहुंची। उसने अपर पुलिस अधीक्षक के सामने अपनी ससुराल में हुए जुल्मो की दास्तान बताई उसके बाद उसको महिला थाने भेज दिया गया।जहां से उसको डॉक्टरी परीक्षण के लिए लोहिया अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक अंजू पुत्री सोबरन सिंह निबासी हाता रोशन थाना मऊदरबाजा फर्रुखाबाद की रहने वाली है।उसका विवाह 22 मार्च 2015 को थाना बेबर क्षेत्र के गांव अठलकडा के रहने वाले विनीत राठौर के साथ हुआ था।हैसियत के हिसाब से दहेज भी दिया था।लेकिन ससुरालियों की दहेज की भूख नही खत्म हुई जिसको लेकर उसका पति अपने घर वालो के साथ मिलकर कोई न कोई बहाना बनाकर अंजू के साथ जमकर मारपीट करता था।
लेकिन वह अपना घर समझकर सब कुछ सहन करती रही।यही नहीं दिल्ली में नौकरी करने के लिए वह अंजू को अपने साथ लेकर गया लेकिन उसकी मारपीट की कार्यवाही लगातार जारी रही। हद तो तब हो गई जब मंगलवार को मारपीट कर अंजू को उसके मायके में घर के बाहर छोड़ कर भाग गए।वहीं अंजू ने बताया कि सुबह सब कुछ सही था लेकिन शाम के समय उन्होंने घर से पचास हजार रुपये या वाइक ख़रीदबाने के लिए कहा कि अपने पिता से मांगो तो उसने मना कर दिया।
उसके बाद पति, देवर घर के अन्य लोगो ने मिलकर लाठी, डंडों से जमकर पिटाई की। बेहोस हो गई जब होश आया तो मैने अपने मायके वाली गली में पाया उस समय रात के 10-11 बजे होंगे उसके बाद घर वालो ने मेडिकल से दवाई मंगाकर खिलाई उसके बाद शरीर का दर्ज कुछ कम हो सका लेकिन अकेले चलने की तागत नही बची है।>उधर अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह ने बताया कि एक महिला ने प्रार्थना पत्र दिया है उसको कार्यवाही के लिए महिला थाने भेज दिया गया है। जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)