फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद में रामगंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि ने निचले इलाकों में हालात बिगाड़ दिए हैं। रामगंगा खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। वहीं गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर दूर रह गया है।
बदायूं मार्ग पर ढाई फिट से अधिक बाढ़ का पानी तेज धार के साथ बहने से छोटे वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। संपर्क मार्गों पर बाढ़ का पानी बहने से कई गांवों का आवागमन बाधित हो गया है। बरसात ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। गंगा व रामगंगा की बाढ़ का पानी अमैयापुर, सबलपुर, खा¨खन, तीसराम की मड़ैया, सुंदरपुर, भुड़रा, किराचिन, गौटिया, भुड़िया भेड़ा, अंबरपुर, भुसेरा संपर्क मार्गों पर बह रहा है। जिससे कई गांवों का आवागमन प्रभावित हो गया है। दोनों नदियों के उफान से तटवर्ती गांव सुंदपुर, भुड़रा, कछुआ गाढ़ा, पट्टी भरखा, जसूपुर गढि़या आदि के हालात बिगड़ गए हैं। शौचालय बाढ़ के पानी में डूब गए है। ग्रामीणों को शौच जाने की समस्या बन गई है।
अपर जिलाधिकारी भानुप्रताप सिंह ने बताया कि फर्रुखाबाद में 6000 पैकेट राशन सामग्री बट चुकी है 2000 पैकेट राशन सामग्री मिल गई है और भी रहत पैकेट राशन सामग्री मगाई गयी है। उन्होंने बताया कि रविवार को बाढ़ प्रभावित गांवों में राशन सामग्री वितरित की जायेगी। दो स्टीमर और सात नावें बाढ़ प्रभावित गांवों में गई । पट्टी भरखा से सुंदरपुर तक के बाढ़ प्रभावित गांवों के आवागमन के लिए लगाया गया है, मरीजों को लाने में परेशानी होती थी। एक स्टीमर ऊगरपुर, और कायमगंज के रूपपुर मंगलीपुर व तौफीक गढि़या गांव के लोगों के आवागमन के लिए भेजा गया है।
रामगंगा का जलस्तर 5 सेंटीमीटर बढ़कर खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर 137.50 मीटर पर पहुंच गया है। खोह हरेली रामनगर से 32963 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे रामगंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है। गंगा का जलस्तर 5 सेंटीमीटर घटकर 137.00 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 194057 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर दूर रह गई है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )