कानपुर में बाढ़ पीड़ित बच्चों की प्रशासन कुछ ऐसे करेगा मदद…

कानपुर–अगस्त की शुरुआत में नोन और पांडु नदी की बाढ़ से प्रभावित परिवारों के बच्चों की पढ़ाई के लिए कानपुर प्रशासन ने शानदार पहल की है। बाढ़ में कॉपी-किताब और स्कूल बैग गवांने वाले 600 बच्चों को बैग के अलावा स्टेशनरी भी दी जाएगी। लगातार बारिश से गंगा की सहायक पांडु और नोन नदी में अगस्त में जबर्दस्त उफान आया था, जिसमें करीब 50 हजार लोग विस्थापित हुए थे। 

वित्त एवं राजस्व विभाग के एडीएम संजय चौहान ने बताया कि राहत कैंपों में रहने वाले ऐसे 600 बच्चों की लिस्ट बनाई गई थी, जिन्होंने बाढ़ के कारण अपनी कॉपी-किताब और स्कूल बैग गवां दिए थे। उन्होंने ने बताया कि इन बच्चों के कॉपी-किताब और बैग के अलावा स्टेशनरी भी दी जाएगी। 

संजय चौहान ने बताया कि डीएम विजय विश्वास पंत के निर्देश पर योजना को अमलीजामा पहनाया गया। पहले चरण में करीब 250 बच्चों के लिए इन चीजों का इंतजाम हो गया है। अगले कुछ दिनों में बच्चों के अभिभावकों को फोन कर बाढ़ राहत केंद्रों पर तैयार किया हुआ स्कूल बैग सौंपा जाएगा। 

बता दें कि गंगा की सहायक पांडु और नोन नदी में उफान के कारण आई बाढ़ में विस्थापित हुए कॉपी-किताब बह जाने के कारण इन बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ था। बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत कैम्पों में बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की टीमें लगाकर पांचवीं क्लास तक के ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाई गई थी, जिनकी कॉपी-किताबें, बैग और बाकी स्टेशनरी बाढ़ में बह गई या खराब हो गई थी। कई दानदाताओं और गैर सरकारी संगठनों की मदद से 600 बच्चों के लिए इन चीजों का इंतजाम किया गया है। 

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