इंटरनेशनल डेस्क– इन दिनों दुनियाभर में फीफा विश्व कप की धूम देखने को मिल रही है। इस विश्व कप में जहां एक के बाद एक बड़े उलटफेर हो रहे हैं, तो वहीं एक टीम ऐसी भी है जिसने मौत को मात देकर जिंदगी की जंग में जीत हासिल कर ली है।
उत्तरी थाईलैंड की ‘माई साई’ जिले की ‘थैम लुआंग’ की एक गुफा में 23 जून से फंसे फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ी और कोच को आखिरकार ज़िंदा ढूंढ निकाल लिया गया है। 11 से 16 साल के बीच के अंडर-16 फुटबॉल टीम के सदस्यों के साथ उनके 25 साल के कोच की सलामती की ख़बर सामने आई है।
वहीं डॉक्टरों के का मानना है कि बच्चे इतने दिन बिना खाए ज़िंदा सिर्फ इसलिए हैं, क्योंकि उनके आसपास पीने लायक पानी होगा । ये सभी अभ्यास मैच के बाद गुफा घूमने गए थे कि तभी बारिश और बाढ़ से बचने के लिए इन्होंने 10 किमी लंबी गुफा में शरण ली थी, लेकिन पानी बढ़ने से गुफा का रास्ता बंद हो गया।
बचावकर्मियों ने बताया कि बच्चे गुफा के अंदर बाढ़ के पानी और दलदल के बीच किसी टापू पर हैं । पिछले सात दिनों से गुफा से पानी निकालने का काम चल रहा है। वहीं गुफा में ऑक्सीजन के लिए करीब 200 सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं।
ये गुफा म्यांमार और लाओस बॉर्डर के पास नेशनल पार्क के भीतर स्थित है। गोताखोरों के मुताबिक ये गुफा किसी भूलभुलैया से कम नही है। इसमें छोटी-छोटी बहुत सी सुरंगे है जो कई किलोमीटर तक फैली है।