न्यूज डेस्क — अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले को लेकर खुफिया एजेंसी ने अलर्ट जारी की है. सूत्रों की माने तो पीओके से घुसपैठ कर करीब 20 आतंकी अमरनाथ यात्रा पर हमला कर सकते हैं.जिसको देखते हुए यात्रा की सुरक्षा करने वालीं सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है.
अलर्ट के मुताबिक लश्कर के करीब 20 आतंकियों ने दो ग्रुप घाटी में धुसपैठ की है. पहले ग्रुप में करीब 11 से 13 आतंकी और दूसरे ग्रुप में 6 से 7 आतंकी शामिल हैं.खुफिया सूत्रों की माने तो बालटाल रूट पर कंगन नाम की जगह पर आतंकी यात्रा को निशाना बना सकते हैं. सभी लश्कर आतंकियों को तीन-तीन के गूट में कंगन की तरफ बढ़ने का अंदेशा है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने ‘केल लॉन्च पैड से आतंकियों की घुसपैठ कराई है.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक एलओसी और अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से लगे अलग-अलग लॉंचिंग पैड पर क़रीब 400 के करीब आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार हैं. सेना और बीएसएफ की रिपोर्ट के मुताबिक हर रात घुसपैठ की कोशिश होती है. लेकिन सेना और बीएसएफ के तमाम मुस्तैदी के बावज़ूद 20 लश्कर की आतंकी घुसपैठ में कामयाब हो गए, इससे अमरनाथ यात्रा के लिए नया खतरा पैदा हो गया. अब सेना और सीआरपीएफ की चुनौती है कि इन आतंकीयों को साज़िश को अंज़ाम देने से पहले ही खत्म किया जा सके.
बता दें कि ताज़ा खुफिया अलर्ट के बारे में आज अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर हुई बात में गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ मीटिंग ने चर्चा हुई थी. सुरक्षा समीक्षा बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा, गृह सचिव राजीव गौबा, डायरेक्टर आईबी के अलावा सुरक्षा महकमे के तमाम बड़े अफसर मौज़ूद थे. खतरे को देखते हुए गृहमंत्रालय ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा करने वाली सभी सुरक्षा एजेंसियों और ऑपेरशन में जुटी सेना को अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं अमर नाथ यात्रा की सुरक्षा के मद्देनजर आज रक्षामंत्री निर्मला सीतारण और सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बालटाल बेस कैंप में रिव्यू मीटिंग की. रक्षा मंत्री ने राज्यपाल एनएन वोहरा से भी मुलाकात की. बता दें इस जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लगा है और राज्य को चलाने की जिम्मेदारी राज्यपाल के कंधे पर ही है. राज्यपाल अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं.