प्रतापगढ़ — आतंकवादी गतिविधियो में एक बार फिर प्रतापगढ़ के तार जुड़े है। पाक प्रायोजित लस्कर तैयबा के आतंकवादियों को फंड मुहैया कराने वाले जिले के दो शातिर फण्ड मैनेजर को यूपी एटीएस ने कल छापेमारी करके उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
टेरर फंडिंग मामले में प्रतापगढ़ के अलावा गोरखपुर, लखनऊ और मध्य प्रदेश के रीवा से कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमे दो प्रतापगढ़ जिले के भगेसरा गाँव के रहने वाले है।
दरअसल मामला प्रतापगढ़ के नगर कोतवाली इलाके के भगेसरा गाँव का है जहां राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित संजय सरोज का घर है। जो 15 वर्ष पहले तक पंजाब में पिता के साथ रहता था और जब गाँव लौटा तो कई बैंक एटीएम कार्ड लूट जैसे कई मामले में जेल भी जा चुका है। कुछ वर्ष पहले इसकी माली हालत ठीक नहीं थी। लेकिन दो साल पहले आलिशान मकान हाइवे पर बनवाया और लग्ज़री गाड़ियों के काफिले साथ वह चलने लगा। जबकि संजय सरोज का दुसरा साथी नीरज मिश्र अब तक जिले के बाहर नही गया है।
अभी उसकी पढ़ाई चल रही थी आर्थिक तंगी के चलते एमए में एडमिशन भी नही ले सका। पढ़ाई दौरान ही घर के हालात देख कर संजय से दोस्ती कर लिया और कल जब यूपीएटीएस ने संजय को गिरफ्तार किया तो उसी से नीरज मिश्रा के घर पर फोन करके उसे बुलाया और दोनों को लेकर यूपीएटीएस ने गिरफ्तार लिया। हालांकि नीरज मिश्रा के घरवालों से बातचीत की तो नीरज की माँ आँखों से आंशू छलक पड़े और वो मामले में बेटे को फंसाने की बात कह रही है और बेटे को बेकसूर बता रही है।
हालांकि नीरज के घर की माली हालत ठीक नहीं है और पूरा परिवार गरीबी में गुज़र बसर कर रहा है। नीरज का एक भाई मुंबई में रहता है जो घर का खर्च चलाता है जबकि दोनों बहनो की अभी शादी भी होनी बाकी है। जबकि संजय सरोज लखनऊ वाराणसी हाइवे के पृथ्वीगंज बाजार में आलीशान भवन में रहता है। पांच भाईयो में सबसे बड़ा संजय सरोज है जिसके कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। संजय की माँ का कहना है उसके कार्यो की उसे कोई जानकारी नही है।
(रिपोेर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)