फर्रुखाबाद–प्रयागराज में कुम्भ मेले का आगाज होने जा रहा है वही फर्रुखाबाद के गंगा घाट पर मिनी कुम्भ का शुभारंभ 21 जनवरी से होने जा रहा है। जिसके लिए प्रशासन की तैयारियां जोरों पर चल रही है। तट पर माघ में कल्पवास को एक माह के लिए तंबू की नगरी बसने लगी है।
मकर संक्रांति करीब आते ही भगीरथी के तट पर श्रद्धा की धारा बहने लगी है। संतों ने डेरा जमाना शुरू कर दिया। वहीं, व्यापारी भी दुकानों का आवंटन करा रहे हैं। मेले की व्यवस्था के लिए प्रशासनिक पंडाल भी बनने लगा। सांस्कृतिक पंडाल बनाने की भी तैयारियों जोरों पर हैं। पांचालघाट स्थित गंगा मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इसी को देखते हुए मेला रामनगरिया की तैयारियां तेज हो गई हैं। एक ओर दुकानों का आवंटन हो रहा है तो दूसरी ओर साधु-संत डेरा जमाने लगे। कोई संत अपनी राउटी लगा रहा तो कोई फूस की झोपड़ी बनाने में मशगूल है। कहीं संत धूनी रमाए बैठे तो कोई तालियां, चिमटा बजाकर भजन-कीर्तन कर रहे हैं। अपने क्षेत्र की पहचान को झंडे व अन्य निशान लगाए जा रहे। जिला प्रसाशन मेले की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस थाने की स्थापना फायर सर्विस की स्थापना जिससे मेले आग पर तुरन्त काबू पाया जा सके।सात मार्ग बनाये जाते है जिनको गंगा घाट तक बनाया जाता है।पहली दूसरी सीढ़ी से लेकर मुख्य मार्ग पर दुकानों के लिए आवंटित किया जाता है।पुल के पूर्वी क्षेत्र के मार्ग में जिले के सभी अधिकारियों के अस्थाई कैम्प बनाये जाते है।
मेला कार्यालय के सामने ही विकास प्रदर्शनी व सांस्कृतिक पांडाल लगाया जाता है जिसमे पूरे महीने भर विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया जाता है।वही अभी तक उत्तरी बन्दा से गंगा घाट की तरफ जाने वाली सीढ़िया टूटी हुई है।जिनका अभी तक निर्माण शुरू नही कराया जा सका है।एसडीएम अमित असेरी ने बताया कि माघ मेला की हमारी तरफ से तैयारियां करानी शुरू कर दी गई है उदघाटन से पहले कोई कमी नही रखी जायेगी।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )