लखनऊ– राजधानी में एक शिक्षिका ने मंगलवार को विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। मंगलवार सुबह एक महिला को अपने ऊपर पीपे से कुछ उड़ेलता देख कर पुलिस अचानक सकते में आ गई और दौड़ कर उस महिला को पकड़ा।
लखनऊ के सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व शिक्षिका ने प्रधानाचार्य पर छेड़खानी का आरोप लगाया और वही इस मामले में पुलिस द्वारा कार्यवाही न कर आरोपी को पुलिस के बचाने और पीड़िता पर समझौते का दबाव बनाने का पीड़िता ने आरोप लगाया। विधानसभा के सामने मौके पर मौजूद पुलिस ने पीड़िता को पकड़ा और आत्मदाह करने से बचा लिया।
सूबे की पुलिस कितना काम करती है पीड़ितों को न्याय दिलाने में और कितनी कारगर है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रिंसपल के अपने ही स्कूल की शिक्षिका से छेड़खानी की और इस मामले में पुलिस ने आरोपी का बचाव करने और पीड़िता पर ही समझौते का दबाव बनाने का काम किया। विधानसभा के सामने आत्मदाह करने आई पीडिता का आरोप है उसके साथ सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य विनोद अवस्थी ने छेड़खानी की और लगातार प्रताड़ित किया। वही पीड़िता का आरोप है कैसरबाग पुलिस ने मामला दर्ज किया मगर कार्यवाही केवल नाम की और उल्टे पीड़िता पर ही साम्झौते का दबाव बनाया। पीड़िता को फिलहाल मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने पकड़ा और उससे पूछताछ की जा रही है। कई पुलिस वालों का नाम लेते हुए पीड़िता ने साफ आरोप लगाया की प्रधानाचार्य विनोद अवस्थी आरएसएस का है जिसके कारण पुलिस उसको बचा रही है।