एटा– जिले में लोगों को फोन पर स्वास्थ्य कर्मी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले रहे थे उसी में से कुछ लोग (Tabligi) स्वास्थ्य कर्मियों को ही धमकी दे रहे हैं उनमें से अभद्रता कर रहे है।
यह भी पढ़ें-Corona:पुलिस अधीक्षक ने 400 पुलिस जवानों को बांटे कोरोना से बचाव के लिये सूट
यह वह लोग हैं जो दिल्ली स्थित निजामुद्दीन क्षेत्र में तबलीगी जमात (Tabligi ) के बैठक के दौरान मरकज के ढाई सौ मीटर अंदर क्षेत्र में थे आपको बता दें इंटेलिजेंस की तरफ से दो हजार मोबाइल नंबरों को चिन्हित किया गया था। जो उस दौरान क्षेत्र में सक्रिय थे इन्हीं नंबरों में से 216 मोबाइलों नम्बरो को जिले के स्वास्थ्य विभाग ने चिन्हित कर उन मोबाइल नंबर धारकों की स्वास्थ संबंधित जांच शुरू की है। उसी को लेकर जब उनसे जब जाँच की बात की गई तो जाँच की मना करते हुए हमें तरह-तरह की धमकियां देते है।
दरअसल कोरोना वायरस की जांच में तबलीगी जमात (Tabligi ) के असहयोग के चलते मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, जिसके चलते निजामुद्दीन छेत्र में तबलीगी जमात की बैठक के दौरान मरकज के आसपास ढाई सौ मीटर दूरी में सक्रिय रहे मोबाइल फोन धारकों की जांच का निर्णय लिया गया है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसे मोबाइल धारकों की संख्या लगभग बीस हजार बताई जा रही है इनमें से 216 मोबाइल नम्बर उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बताए जा रहे हैं। इन्हीं 216 लोगों की मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सूची बनाकर मोबाइल धारकों की लोकेशन लेने तथा जांच के लिए फोन कराने आरंभ किए हैं।
यह कार्य स्वास्थ विभाग द्वारा कराया जा रहा है यह फोन स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं, स्वास्थ्य कर्मियों की 3 सदस्य टीम लगातार (Tabligi) इन नंबरों पर फोन कर इनका इस्तेमाल कर रहे लोगों की स्वास्थ्य संबंधित जानकारी लेने और लक्षण दिखने पर जाँच के लिए कहा उसके बाद उन्हें घर में रहने की हिदायत दे रहे हैं। इन्हीं में से कुछ लोग स्वास्थ्य कर्मियों को धमकी देते हैं और कहते हैं कि दम हो तो पुलिस भेज कर हमें उठवा लो,जिसकी शिकायत स्वास्थ्य टीम ने अपने स्वास्थ्य अधिकारी एटा सीएमओ अजय अग्रवाल से की है। अधिकारी इनसे सहयोग की बात कह रहे है।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)