कानपुर — कानपुर देहात के एसपी साहब की ऐसी कारगुज़ारी देखने को मिली जिसने क़ानून के मायने ही बदल दिए. दरअसल लूट के कई मामलो में वांछित अपराधी को कानपुर देहात पुलिस बड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर थाने लायी. लेकिन वो शातिर लुटेरा पूरे थाने की पुलिस को चकमा देकर थाने से फरार हो गया.
इस दौरान पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया आनन-फानन में कप्तान साहब ने थाने के थानाध्यक्ष सहित 3 लोगो को निलंबित कर दिया.वही घटना के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने थाने से फरार हुए लुटेरे को गिरफ्तार कर लिया.लेकिन इसकी खास बात रही की लुटेरे को जिन पुलिस कर्मियों ने गिरफ्तार किया उनको कप्तान साहब 24 घंटे पहले ही निलंबित कर चुके थे. लिहाज़ा सवाल उठना लाज़मी है की आखिर निलंबित होने के बाद पुलिस कर्मी कैसे ड्यूटी करते रहे.
दरअसल शातिर लुटेरे खाबुल्लाह को रूरा थाने की पुलिस ने खासी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया था.वहीं उसे जेल भेजने की तयारी कर रही थी इस दरमियान खाबुल्लाह रूरा थाने की पुलिस को चकमा देकर थाने से फरार हो गया. इस खबर ने कानपुर देहात के पूरे पुलिस महकमे की नींद उड़ा दी लिहाज़ा पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात ने आनन- फानन में थानाध्यक्ष रूरा नागेन्द्र पाठक रूरा थाने में तैनात सब इन्स्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार और एक सिपाही को तत्काल निलंबित कर दिया.
वही घटना के 24 घंटे के बाद थाने से फरार लुटेरे खाबुल्लाह को रूरा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.जिन पुलिस कर्मियों ने शातिर लुटेरे खाबुल्लाह को दुबारा गिरफ्तार किया उन तीनो पुलिस कर्मियों को कप्तान साहब ने 24 घंटे पहले निलंबित कर दिया था जिसमे रूरा थानाध्यक्ष नागेन्द्र पाठक भी थे.लिहाज़ा सवाल ये उठता है की आखिर निलंबित होने के बाद थानाध्यक्ष रूरा और पुलिस कर्मी कैसे ड्यूटी पर कार्यरत थे .
(रिपोर्ट-संजय कुमार,कानपुर देहात)