लखनऊ–महापौर संयुक्ता भटिया ने विभिन्न लोगों द्वारा मिल रही मवेशियों से क्रूरता की शिकायत पर इस्माइलगंज स्थित कांजी हाउस का औचक निरीक्षण किया।
महापौर ने कांजी हाउस में पाया कि क्षमता से अधिक मवेशी रखें गयी थे, लगभग 20 की क्षमता वाले कांजी हाउस में 44 मवेशी रखे गए थे। जिसपर महापौर ने कांजी हाउस की क्षमता के विषय में प्रभारी सीमा सिंह से पूछा । जिसका जवाब वह नही दे सकी और बताया कि मैं 2 दिन पहले ही यहाँ पर आयी हूँ इसलिए एजेक्ट जानकारी नहीं है। इसके अलावा महापौर ने कांजी हाउस की वीडियो रिकॉर्डिंग भी तलब की। साथ ही कांजी हाउस प्रभारी से पशुपालकों द्वारा दूध दुहने के विषय मे पूछताछ भी की, इसके अतिरिक्त कांजी हाउस का रिकॉर्ड सम्बन्धी दस्तावेज भी तलब कर जांचे।
इसी क्रम में महापौर ने भैसों को पकड़ कर रखने की उचित व्यवस्था न होने एवं अव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पशुओं पर क्रूरता किसी भी सूरत में बर्दास्त नही की जाएगी। पाप के भोगी मत बने सेवा भाव से कार्य करने पर पुण्य मिलेगा। महापौर ने आगे बताया कि हमारा उद्देश्य इनसे पैसे कामना नही है, बल्कि इनको नगर निगम की सीमा से हर हाल में बाहर करना है।
अव्यवस्था और बैकडोर से छोड़ने की शिकायतों को दृष्टिगत रखते हुए महापौर ने नीलामी की प्रक्रिया को 4 दिसंबर तक न खिंचते हुए कल 30 सिंतबर को ही नियमानुसार नीलामी प्रातः 8 बजे से ही प्रारम्भ कर हर हाल में निस्तारण कराने के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ० अरविंद राव को निर्देशित किया। साथ ही महापौर ने यह भी निर्देश दिए कि मवेशी क्रेताओं को मवेशियों सहित तुरंत लखनऊ नगर निगम की सीमा से बाहर जाने की व्यवस्था कर समस्या का पूर्ण निस्तारण सुनिश्चित कराये।
ज्ञात हो कि पूर्व में 2 बार नीलामी की तिथि निर्धारित होने के उपरांत भी कोई भी मवेशी नीलम न हो सका था। इस मौके पर महापौर संग भजापा पार्षद दल नेता रामकृष्ण यादव, पार्षद दिलीप श्रीवास्तव, पार्षद राम कुमार वर्मा, पार्षद वीरेन्द्र जशवानी, पूर्व पार्षद शैलेंद्र वर्मा सहित अन्य क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।