औरैया– जिले के दिबियापुर के गांव तैयापुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 10 के छात्र का शव संदिग्ध हालात में सस्सी से लटकता मिला। घटना के बाद से विद्यालय में खलबली मच गई। वही मृतक के परिजनो ने विद्यालय प्रशासन पर छात्र की हत्या का आरोप लगाया।
दूसरी ओर प्रधानाचार्य का कहना है, छात्र की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। वही पुलिस मामले की जांच कर रही है। शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव जहरुलिया निवासी सीताराम सिंह का 15 वर्षीय बेटा मनीष दो दिन घर रहकर विद्यालय लौटा था। गत सोमवार को बड़ा भाई लोकेंद्र उसे परीक्षा के लिए विद्यालय छोड़कर आया था। उसका शुक्रवार को पेपर था। बुधवार सुबह कैंटीन में नाश्ता करने के बाद वह अकेले ही हॉस्टल चला आया।
कुछ देर बाद जब और छात्र हॉस्टल पहुंचे तो मनीष को जीने की रेलिंग से रस्सी के सहारे लटका देख उनके होश उड़ गए। छात्रों द्वारा घटना की जानकारी अध्यापक और प्रधानाचार्य को देने पर। दोनो ने आनन-फानन में मृतक छात्र मनीष को फंदे से उतारा और एंबुलेंस से सहार स्थित सीएचसी ले गए। वहां डाक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर सीओ व एसडीएम बिधूना भी पहुंच गए। प्रधानाचार्य मुरलीधर सक्सेना ने बताया कि मनीष मानसिक रूप से बीमार था।
उसका इलाज कानपुर में चल रहा था। इधर जानकारी पर मनीष के भाई लोकेंद्र व चाचा आदि परिजन भी पहुंच गए। लोकेंद्र ने विद्यालय प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया। कहा, इलाज से मनीष ठीक हो चुका था। सीओ सिटी वंदना सिंह ने हास्टल के छात्रों से पूछताछ की तो पता चला कि जब से मनीष घर से वापस आया था, तब से शांत था। वह अकेले ही रहता था। छात्रों से बातचीत भी नहीं करता था। वही प्रधानाचार्य ने परिजन के लगाए आरोप को निराधार बताया।
कहा कि छात्र ने फांसी लगाकर खुदकशी की है। सीओ सिटी ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला खुदकशी का लग रहा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
(रिपोर्ट- वरुण गुप्ता, औरैया)