हरदोई–विपक्ष के आज पेट्रोल और डीजल में मूल्य वृद्धि के खिलाफ भारत बंद का आयोजन किया गया था ऐसे में जब पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत हर आम इंसान के जुबान पर चढ़ी हुई हैं तो प्रदेश के कृषि मंत्री को खेती किसानी में काम आने वाले डीजल के सही रेट तक नहीं पता है।
लगातार मूल्य वृद्धि से डीजल उत्तर प्रदेश में इस समय लगभग 72.94 रुपए लीटर बिक रहा है लेकिन प्रदेश के कृषि मंत्री को आज भी 70 रुपए लीटर डीजल पता है। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आज यहां खरीफ गोष्टी में भाग लेने आए थे। यहाँ उन्होंने डीजल में मूलयवृद्धि को लेकर किये गए सवाल के जबाब में कहा किसानो की फसल का समर्थन मूल्य इसलिए ही बढ़ाया गया है। वही उन्होंने कहा की कृषि विभाग अक्टूबर में लखनऊ में कृषि कुम्भ मेले का आयोजन करेगा जिसमे प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया गया है।
खरीफ गोष्ठी में भाग लेने आये कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज पेट्रोलियम प्रदार्थो में मूलयवृद्धि पर किसानो को डीजल सस्ता दिए जाने को लेकर पूंछे गए सवाल पर कहा की खरीफ के सीजन में बढ़ी हुई लागतो को ध्यान में रखते हुए आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने किसानों के फसल की डेढ़ गुना कीमत दिए जाने की एमएसपी की घोषणा की है और उसको उसी से कंपनसेट किया है जो किसान से संबंधित लागत थी उसका मूल्यांकन किया गया है और 14 फसलों का डेढ़ गुना या डेढ़ गुना से ज्यादा कीमत 70 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब धान की कीमत 200 रुपए बढ़ाई गई है और दाल और बाजरे की कीमत 90% बढ़ाई गई है इसी तरह अन्य फसलों का कोई भी ऐसी फसल नहीं है जो 14 अधिसूचित फसलों में किसी भी की कीमत डेढ़ गुना से कम हो।
खरीफ गोष्ठी में भाग लेने आये कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया 26-27-28 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में पहली बार किसानों का एक ऐतिहासिक मेला कृषि कुंभ का आयोजन कृषि विभाग द्वारा किया जा रहा है। जिसमें किसानों की आमदनी दोगुना किए जाने की दृष्टि से कृषि , उद्यान, फल संरक्षण पशुपालन, मत्स्य विभाग ,रेशम ,कृषि विश्वविद्यालय और सभी हमारे कृषि विज्ञान केंद्र अपनी-अपनी योजनाओं का एक समेकित मेला लगाएंगे और लाइव प्रदर्शन उसका वहां पर किसानों के बीच में रखा जाएगा। हमारा यह प्रयास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी उस कृषि कुंभ का 26 तारीख को उद्घाटन करें। पिछले देश साल में योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने कृषि और किसानों के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं यह भी निर्णय उसमें से एक अपने आप में अनूठा निर्णय है जो इतना बड़ा आयोजन पहली बार किसानों का उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होगा।
(रिपोर्ट -सुनील अर्कवंशी , हरदोई)