जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णों देवी के मंदिर में भारी भीड़ के चलते रात में करीब 2 बजकर 45 मिनट पर भीषण हादसा हो गया। वही मंदिर परिसर में भगदड़ के चलते 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 14 लोग घायल है। वही मंदिर परिसर में मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि, यह दुर्घटना मिस मैनेजमेंट के कारण हुई है’। वही अन्य लोगों ने कहा कि, उन्हें पता था कि आज बड़ी संख्या में लोग जुट सकते हैं, लेकिन लगातार लोगों को एंट्री दी गई और फिर यह हादसा हो गया। हालांकि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आरोपों को खारिज किया है। वही जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक श्रद्धालुओं के बीच किसी बात पर विवाद हुआ। जिसके बाद उनमें धक्का-मुक्की हुई और इससे भगदड़ मच गई।
मिस मैनेजमेंट के चलते हुआ हादसा:
माता वैष्णों देवी के दर्शन को भारी संख्या में आये श्रद्धालुओं का कहना है कि पहले से ही अथॉरिटीज की ओर से प्रबंधन सही होता तो इस घटना को टाला जा सकता था। वही अन्य श्रद्धालुओं ने बताया कि भारी भीड़ एक साथ आने के चलते भगदड़ मच गई। वही कोई अंदर जाने के लिए मार कर रहा था तो कोई बाहर आना चाहता था । एक युवक ने कहा कि जिस वक्त लोग भागे, उस समय कई लोग फर्श पर ही लेटे थे।
हादसे के समय फर्श पर लेटे थे कुछ श्रद्धालु:
नए साल पर माता के दर्शन करने पहुंचे कुछ श्रद्धालु रात होने की वजह से जमीन पर ही लेटे हुए थे। जब भगदड़ मची तो लोग इधर-उधर भागने लगे तो सोये हुए लोग हादसे में कुचले गए। वही मंदिर परिसर में हुए दुर्घटना की वजह से माता के दर्शन किये बिना ही श्रद्धालु वापस चले गए। श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर कोई नियम नहीं था और न ही कोरोना गाइडलाइंस का कोई पालन करता दिखा।
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