मथुरा– प्रदेश सरकार के सख्त रुख को देखते हुये मथुरा प्रशासन भी उन लोगों पर खास नजर बनाए हुये है; जो जमीनों की खरीद फरोख्त में फर्जीवाडा करने में माहिर होते है। ऐसा ही एक मामला मथुरा में सामने आया है जिसमें एक व्यवसायी द्वारा व्यावसायिक भूखंड को आवासीय दर्ज कराकर उसकी रजिस्ट्री करा ली
और उसमें 73 लाख रुपये की स्टाम्प चोरी कर व्यवासायिक मॉल बना कर खोल लिया। लेकिन जैसे ही ये खेल जिला प्रशासन को नजर आया उन्होंने भी मॉल को कुर्क कर 73लाख के नुक्सान की भरपाई के आदेश दे डाले |
व्यावसायिक जमीन को आवासीय में दर्ज कराकर कर 73 लाख रुपये की स्टाम्प चोरी के ये मामला है मथुरा के भूतेस्वर चौराहे के पास बने कपड़े के बड़े शो रूम पैन्टालूम के जिसके मालिक लक्ष्मी शर्मा और गजेन्द्र शर्मा है | जिन्होंने इस जमीन को 5 करोड़ की रकम देकर खरीद था और ये भूखंड चूंकि सड़क के किनारे व्यावसायिक है; जिसे इन्होंने आवासीय दिखाया। उसकी रजिस्ट्री भी आवासीय दिखाकर ही कराई गयी। प्रशासन को जब पता चला की इन्होंने जमीन की खरीद में पूरी रकम के स्टाम्प नहीं लगाये तो इसकी जांच एडीएम वित्त द्वारा कराई गई जिसमें पाया गया की 73 लाख रुपये की स्टाम्प चोरी है।प्रशासन ने पैन्टालूम के मालिक गजेन्द्र शर्मा द्वारा खरीदी गई जमीन की सरकारी कीमत लगभग 16 करोड़ आंकी। जबकि इसको सिर्फ 5 करोड़ ने ही खरीद दिखायी गयी है। प्रशासन ने पैन्टालूम के शो रूम को कुर्क करने के आदेश तहसीलदार एसडीएम को दिये गये है जिस पर कार्यवाही की जायेगी और स्टाम्प चोरी के 73 लाख रुपये वसूले जायेंगे।
वही इस मामले में पैन्टालूम के मालिक गजेन्द्र शर्मा ने कहा है की मेने ये जमीन उस समय खरीदी जब यहां एक स्कूल चलता था और पूरे 5 करोड़ में खरीदी थी कोई स्टाम्प चोरी नहीं की लेकिन रजिस्ट्री ऑफीस में मुझसे रिश्वत के नाम पर तीन लाख रुपये मांगे गए। जब मेने रिश्वत के तीन लाख रुपये नहीं दिये तो मेरी जमीन को कुर्क करने के आदेश जारी किये गये है।
(रिपोर्ट -सुरेश सैनी , मथुरा )